ED Raid in Jharkhand: झारखंड में गुरुवार सुबह से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी जारी है. ईडी ने राजधानी रांची (Ranchi) के पूर्व डीसी छवि रंजन (Chavi Ranjan) के ठिकाने पर भी दबिश दी है. साथ ही कुछ अचल अधिकारियों और जमीन कारोबारियों के ठिकाने पर भी रेड की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, ईडी ने ये कार्रवाई जमीन घोटाला मामले (Land Scam Case) में की है. प्रवर्तन निदेशालय रंजन के पश्चिम बंगाल में दो और बिहार में भी बने एक अन्य ठिकाने पर छानबीन कर रही है. बताया जा रहा है कि रांची और जमशेदपुर में स्थित ठिकानों की भी तलाश की जा रही है.


मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम गुरुवार सुबह आईएएस छवि रंजन समेत कई अन्य के ठिकानों पर पहुंचे गई. वहीं सूत्रों की मानें तो रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में ईडी के अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है. आपको बता दें कि इससे पहले भी ईडी के अधिकारियों ने बीते साल 5 नवंबर को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल व एक अन्य व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, साथ ही खरीद-बिक्री में शामिल लोगों सहित दो रजिस्ट्रार से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी.


धोखाधड़ी का खुलासा पहले ही हो गया था
जानकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है. सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेची थी. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. वहीं रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था. आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था.


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