Jharkhand Naxalite Attack: झारखंड के लातेहार में एक बार फिर नक्सलियों का तांडव देखने को मिला. यहां पुल निर्माण कार्य में लगे कंस्ट्रक्शन कंपनी के वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. साथ ही नक्सलियों ने मजदूरों की पिटाई भी की. इस आगजनी में चार ट्रैक्टर और एक पोकलेन मशीन जलकर राख हो गई. वहीं मजदूर पूरी रात एक कमरे में डरकर बैठे रहे. मिली जानकारी के अनुसार बीती रात 11 बजे एक दर्जन से अधिक नक्सली महुआडांड़ अनुमंडल कार्यालय से 12 किलोमीटर दूर सरनाडीह गांव में बन रहे पुल पर पहुंचे और कमरे में सो रहे मजदूरों को जगाकर मोबाइल मांगा. 


वहीं मोबाइल देने में देरी करने पर नक्सलियों ने लोहे के राड से चार-पांच मजदूरों की पिटाई कर दी. नक्सलियों ने मोबाइल जब्त करने के बाद पोकलेन मशीन के चालक के बारे में पूछा और वहां खड़े वाहनों से तेल निकालकर उनमें आग लगा दी. गाड़ियों के जलने तक तकरीबन एक घंटे तक नक्सली वहीं जमे रहे. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों ने पुलिस को बताया कि बगल से टॉर्च और लाइट का फोकस आ रहा था, जिससे अंदेशा जताया जा रहा है कि नक्सलियों की संख्या ज्यादा थी. किसी को सूचना नहीं करने की धमकी देकर नक्सलियों ने मोबाइल वापस कर दिया. 


लगातार नक्सली मचा रहे तबाही
इसके बाद देर रात मजदूरों ने हिम्मत कर ठेकेदार को इसकी सूचना दी. वहीं सुबह होने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूछताछ के बाद जांच शुरू की. गौरतलब है कि झारखंड के लातेहार अंतर्गत महुआडांड़ थाना क्षेत्र में लगातार पुलिसिया कार्रवाई से नक्सली कमजोर पड़ चुके हैं. ऐसे में बौखलाहट में इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं. वहीं कुछ दिन पहले सड़क बनाने वाले मजदूरों ने जानकारी दी कि, काम में लगाए गए एक जेसीबी को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था. बता दें कि, पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में पड़ने वाले बीहड़ जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ हाल के दिनों में जवानों की ओर से लगातार सर्च अभियान चलाए गए हैं.


बताया जा रहा है कि जवानों के इस अभियान से नक्सलियों में बौखलाहट है. इसी के फलस्वरूप उन्होंने उपद्रव मचाया है. वहीं 16 और 19 अप्रैल को चाईबासा जिले में अभियान में लगे सुरक्षा बलों को उड़ाने के लिए कई जगह से भूमिगत आईइडी बमों को कोबरा बटालियन और पुलिस बल ने जप्त किया.



यह भी पढ़ें: Jharkhand: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे से पहले तैयार किया गया रूट प्लान, इन रास्तों से गए तो खड़ी हो सकती है परेशानी