Jharkhand News: झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ (Bangladeshi Infiltrators) लगातार बढ़ रहा है. वहीं इसको लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है. दरअसल, अगामी लोकसभा चुनाव में बांग्लादेशियों को बाहर करने के लिए एनआरसी लागू करना बीजेपी का मेन मुद्दा बन गया है. बता दें कि, बीजेपी नेता लगातार कह रहे हैं कि, अगर बीजेपी सत्ता में आई तो झारखंड में जल्द से जल्द एनआरसी लागू कर दिया जाएगा. बता दें कि, आज पूर्व सीएम रघुबर दास ने कहा कि, अगर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी सत्ता में आती है तो राज्य में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू किया जाएगा. राज्य में बांग्लादेशियों की बड़े पैमाने पर घुसपैठ निवासियों के लिए एक बड़ी चिंता और खतरा बन गई है.
रघुबर दास ने कहा हम लागू करेंगे NRC
उन्होंने आगे कहा कि, पड़ोसी देश के इन अवैध प्रवासियों ने स्थानीय महिलाओं से शादी की और क्षेत्र में हजारों एकड़ जमीन हासिल कर ली है. मैंने 2018 में केंद्र सरकार को इस स्थिति के बारे में पत्र लिखकर बताया था. झारखंड के आदिवासी बहुल संताल परगना क्षेत्र, विशेष रूप से पार्कुर और साहेबगंज जिलों में घुसपैठियों की जनसंख्या तेजी से बढ़ी है. गोड्डा, देवघर, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों सहित संताल परगना क्षेत्र में तेजी से बदलती डेमोग्राफी का मुद्दा पहले ही संसद में उठाया जा चुका है.
बाबूलाल मरांडी ने भी घुसपैठ पर जताई चिंता
बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने घुसपैठ के कारण पाकुड़ और साहिबगंज में बदलती डेमोग्राफी पर गहरी चिंता जताते हुए NRC लाने की बात कही थी. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि, पाकुड़ और साहिबगंज में बहुत गंभीर हालात हैं. स्थिति चिंताजनक है. डेमोग्राफी बदलाव से आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है. बांग्लादेशी घुसपैठियों ने संताल परगना के पूरे इलाके को अपने जद में ले लिया है.
घुसपैठियों के खिलाफ होगी खिलाफ निर्णायक लड़ाई
झारखंड में बीजेपी सरकार बनते ही इनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी और एनआरसी लाकर इन्हें चुन चुनकर राज्य की सीमा से बाहर किया जाएगा. बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे ने अब राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है. मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि यह बहुत गंभीर समस्या है. हमें इस समस्या से जल्द से जल्द पूरी तरह से छुटकारा पाने की जरूरत है. लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग अपने राजनीतिक हितों के लिए इन घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं. जैसे ही बीजेपी सत्ता में आए तो एनआरसी जरूर लाएंगे.