Lok Sabha Elections: आगामी लोकसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं. उससे पहले एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस अभी बैठक ही कर रही है, लेकिन बीजेपी काफी पहले ही मिशन मोड में जुट गई है. झारखंड समेत अन्य 2-3 राज्यों में कांग्रेस अपना प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी कर रही थी. लेकिन हाईकमान ने इसका फैसला लेने में देरी कर दी. वहीं बीजेपी ने इस देरी का फायदा उठाया और झारखंड सहित चार राज्यों में अपना प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया. बता दें कि, 2014 की तुलना में 2024 की परिस्थितियां अलग होने वाली हैं. इसलिए बीजेपी अपना जनाधार बढ़ाने पर फोकस कर रही है.
दरअसल, कांग्रेस पार्टी में काफी पहले से करीब एक दर्जन राज्यों के अध्यक्ष बदले जाने का प्रस्ताव था, ये राज्य है पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, यूपी, राजस्थान, और महाराष्ट्र के अध्यक्षों का नाम भी बदलने वालों की लिस्ट में शामिल था. वहीं कांग्रेस हाईकमान ने लगभग डेढ़ महीने बाद भी इस पर कोई सटीक फैसला नहीं लिया. जबकि, बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री डी. पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को झारखंड और सुनील जाखड़ को पंजाब में पार्टी की कमान देकर बड़ा दांव खेला है.
कांग्रेस करती रह गई प्लानिंग
अगर झारखंड की बात करें तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर काफी दिनों से दिल्ली दरबार में गहमगमी तेज हो गई थी. दरअसल, झारखंड कांग्रेस में भी अब कई गुट बन चुके है और रह-रह कर विवाद सामने आता रहता है. वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो ये होने वाले चुनावी दंगल के लिए सही नहीं है. बताते चले कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं से भी इस संबंध में फीडबैक लिये जा रहे हैं. वहीं प्रदेश के बड़े नेता भी दिल्ली में अपना-अपना खूंटा मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेताओं के पास अपनी दावेदारी पेश करने में लगे हुए थे. लेकिन इन सब तैयरियों के बीच हाईकमान ने फैसला लेने में देर कर दी, जिसका भरपूर फायदा बीजेपी ने उठाया और अपने पुराने नेता बाबूलाल मरांडी को झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष चुनकर कांग्रेस के समाने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है.
केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद किए बदलाव
बता दें कि, केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना को लेकर जारी चर्चाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (3 जुलाई) को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की थी. लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की इससे पहले कई दौर की बैठकें चली थीं. इन बैठकों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल रहे थे. तीनों नेताओं ने 28 जून को पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी. जिसके बाद अब ये बदलाव किए गए हैं.