Lok Sabha Elections 2024: 14 सीटें 7 पार्टियां, झारखंड में I.N.D.I.A गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा बनेगी चुनौती
Lok Sabha Elections: झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं व इंडिया गठबंधन की सात पार्टियां इसकी दावेदार हैं. ऐसे में सात दलों के बीच 14 सीटें बांटना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है.
Lok Sabha Elections 2024: I.N.D.I.A गठबंधन की मुंबई में चुनावी रणनीति को लेकर बैठक हो रही है. राज्यों में सीटों के तालमेल को लेकर विपक्ष के सभी दल बीजेपी के खिलाफ वन-टू-वन चुनाव लड़ने के लिए सीटों का बंटवारा करेंगे. झारखंड में भी 'I.N.D.I.A' गठबंधन में सीटों को लेकर बंटवारे के फॉर्मूले की अनौपचारिक चर्चा चल रही है. बता दें कि, झारखंड में सात दलों को मिलाकर 'I.N.D.I.A' (Indian National Developmental Inclusive Alliance) का कुनबा बनेगा. आगे चलकर कोई और दल मिल जाएं तो यह कुनबा बड़ा हो सकता है. फिलहाल कांग्रेस, झामुमो, राजद, जदयू, भाकपा माले, भाकपा और माकपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं.
14 लोकसभा सीटे सात पार्टी दावेदार
झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं व इंडिया गठबंधन की सात पार्टियां इसकी दावेदार हैं. इनके सामने सीटों का बंटवारा बड़ी चुनौती होगी. सात दलों के बीच 14 सीटें बांटना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है. लोकसभा के पिछले चुनावों को देखें तो यूपीए के साथ गठबंधन में वैसा ही सबकुछ था, जैसा आज 'I.N.D.I.A' गठबंधन में दिखाई दे रहा है. सिर्फ एक दल जदयू इनके नए साथी के रूप में शामिल हुआ है. जदयू पहले एनडीए का हिस्सा था. 2019 में झाविमो (प्र) इनके साथ नए साथी के रूप में शामिल था. अब चुनाव आयोग की सूची में झाविमो (प्र) का अस्तित्व नहीं रहा.
पिछला रिजल्ट बन सकता है आधार
वहीं पिछले परिणाम सीट बंटवारे का आधार बन सकते हैं सीटों के बंटवारे को लेकर जब 'I.N.D.I.A' गठबंधन के बीच बात शुरू होगी, तो पिछले चुनावों को सामने रखा जाएगा. 2004 को छोड़ दें तो उसके बाद वामदल लोकसभा चुनाव के दौरान में यूपीए का हिस्सा कभी नहीं रहे, जबकि कांग्रेस, झामुमो और राजद मिलकर चुनाव लड़े. भाकपा माले और भाकपा अकेले चुनाव मैदान में थी. इसलिए सीटों के बंटवारे के दौरान 'I.N.D.I.A' गठबंधन पिछले लोकसभा के परिणामों और सीट बंटवारे के फॉर्मूले को आधार जरूर बनाएगा, लेकिन इधर वामदलों ने चार सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है.
BJP ने बोला हमला
बता दें कि, सत्तारूढ़ झामुमो अभी राज्य में गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है. झामुमो इस बार बड़े भाई की भूमिका में आने को आतुर दिखाई दे रहा है. लोकसभा चुनाव में झामुमो बड़े भाई की भूमिका में आना चाहता है, लेकिन कांग्रेस इसे स्वीकार करेगी या नहीं, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी. वामदलों को इस कुनबे में शामिल करने में कांग्रेस को कुछ सीटों की कुर्बानी देनी होगी. वहीं बीजेपी ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) की बैठक से पहले विपक्षी गठबंधन पर करारा हमला बोला है. पार्टी ने I.N.D.I.A को स्वार्थी गठबंधन करार देते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य अपने सदस्य दलों के शीर्ष पर बैठे परिवारों के हितों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना है.