Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की सीटों पर रस्साकशी, झामुमो-कांग्रेस में दावेदारी को लेकर मचा घमासान
Lok Sabha Elections: डॉ. इरफान अंसारी गोड्डा सीट को अल्पसंख्यकों की सीट बताकर अपने पिता फुरकान अंसारी के लिए वकालत करते रहे हैं. वहीं चाईबासा सीट पर झामुमो और कांग्रेस के बीच घमासान मचा हुआ है.
Lok Sabha Elections 2024: झारखंड में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले ही गठबंधन में स्थानीय स्तर पर सीट को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है. फिलहाल, केंद्र बिंदु चाईबासा (Chaibasa) और गोड्डा (Godda) हैं. इसके अलावा हजारीबाग लोकसभा सीट को लेकर भी खींचतान चल रही है. लोकसभा चुनाव 2019 के समय कांग्रेस, राजद, झाविमो और झामुमो के बीच तालमेल के तहत सीटों का बंटवारा किया गया था. उस समय चाईबासा सीट कांग्रेस के खाते में आई थी और उस सीट पर कांग्रेस की गीता कोड़ा ने जीत भी हासिल की. जबकि गोड्डा सीट झाविमो के खाते में गई थी. तब झाविमो से प्रदीप यादव ने चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए.
हजारीबाग-चाईबासा पर झामुमो का दावा
वहीं जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी गोड्डा सीट को अल्पसंख्यकों की सीट बताकर अपने पिता फुरकान अंसारी के लिए वकालत करते रहे हैं. इधर हजारीबाग में भी यह बात सामने आ रही है कि झामुमो वहां दावा कर सकता है. वहां पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी दिया था, लेकिन वो हार गए थे. वहीं चाईबासा सीट पर झामुमो और कांग्रेस के बीच स्थानीय स्तर पर घमासान मचा हुआ है. झामुमो और कांग्रेस नेताओं के बीच बयानबाजी चल रही है. झामुमो की जिला समिति और कुछ विधायक चाईबासा को झामुमो की सीट बता रहे हैं. इसके साथ ही सांसद गीता कोड़ा पर क्षेत्र में काम न करने का भी आरोप लगा रहे हैं.
गोड्डा सीट पर इरफान अंसारी का दावा
जबकि कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने झामुमो के स्थानीय नेताओं के आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि, वे लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं और आरओबी सड़क आदि योजनाएं ला रही हैं. चाईबासा सीट पर झामुमों के दावे पर कहा कि यह गठबंधन के तहत कांग्रेस को मिली हुई सीट है. इसका निर्णय दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व को करना है. वहीं गोड्डा सीट पर इरफान अंसारी ने फिर दावा किया है. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने वह सीट जबरन गठबंध से ले ली थी. जबकि वह अल्पसंख्यक सीट है. फुरकान अंसारी उस सीट पर जीत हासिल कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि वे अब भी उस सीट पर कांग्रेस और अल्पसंख्यक का दावा कर रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?
इरफान अंसारी कहा कहना है कि, गोड्डा सीट पर फुरकान अंसारी को टिकट मिले तो बेहतर है, अगर पार्टी दूसरे को टिकट देती है, तब भी जीतने के लिए पूरी क्षमता के साथ काम करेंगे. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि, सभी स्थानीय नेता अपनी भावना से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराते रहते हैं. इस पर निर्णय लेना गठबंधन के सभी आला नेताओं का काम है. मिशन 2024 शुरू हो चुका है. गठबंधन के सभी बड़े नेता साथ-साथ बैठेंगे, तब इन सारी बातों पर फैसला होगा. कांग्रेस में आलाकमान का फैसला अंतिम होता है. गठबंधन की जो परंपरा है, उसका पालन किया जाएगा.