Jharkhand: कांग्रेस जल्द ही झारखंड में ले सकती है बड़ा फैसला, BJP की रणनीति फेल करने के लिए बनाया ये मास्टर प्लान
Lok Sabha Elections: कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जल्द ही फैसला लेगा. बता दें कि, यूपीए की बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में तय है, उसके बाद फैसला हो सकता है.
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Lok Sabha Elections 2024: झारखंड कांग्रेस में अध्यक्ष को लेकर लॉबिंग तेज हो है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी babulal Marandi) के बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद परिस्थिति तेजी से बदली है. कांग्रेस अब प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदलना चाहती है. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय (Subodh Kant Sahay) का नाम दिल्ली में तेजी से उछला है. ऐसे में सहाय को पार्टी जिम्मेवारी दे सकती है. केंद्रीय नेतृत्व का मानना है कि किसी बड़े राजनीतिक कद-काठी के नेता को संगठन की जिम्मेवारी दी जाए.
दरअसल, बीजेपी द्वारा आदिवासी चेहरा आगे करने के बाद कांग्रेस मूलवासी के सहारे गोलबंदी में जुटी है. संगठन का मानना है कि प्रदेश में झामुमो के हेमंत सोरेन ऐसे भी गठबंधन का आदिवासी चेहरा हैं, तो पार्टी दूसरे विकल्प पर विचार करे. केंद्रीय नेतृत्व के समाने सहाय की छवि एक बेहतर संगठनकर्ता के रूप में है. बता दें कि, प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष रहे डॉ अजय कुमार का नाम भी सामने आया था, लेकिन सूचना के मुताबिक केंद्रीय आलाकमान डॉ अजय को दिल्ली में पार्टी की जवाबदेही देना चाहती है. साथ ही झारखंड में बीजेपी के सामने किसी बड़े नेता को उतारना चाहती है.
प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जल्द होगा फैसला
वहीं कांग्रेस के कई नेता प्रदेश अध्यक्ष के लिए अपनी लॉबिंग में जुटे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, कालीचरण मुंडा, प्रदीप बलमुचू और धीरज साहू जैसे नेताओं ने खुद को प्रोजेक्ट किया है. नेता खुद भी दिल्ली दरबार का चक्कर लगा चुके हैं. कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जल्द ही फैसला लेगा. यूपीए की बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में तय है, उसके बाद फैसला हो सकता है. वहीं विधायक प्रदीप यादव ने पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की है. यादव ने प्रदेश संगठन के हाल और चुनावी मुद्दों पर केंद्रीय नेताओं से चर्चा की. यादव ने संसदीय चुनाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के सामने अपनी बात रखी.
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