Lok Sabha Elections 2024: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ ही महीनों का समय बचा हुआ है. कांग्रेस, जेडीयू, टीएमसी समेत तमाम विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ महामोर्चा बनाने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले दिनों पटना में इसको लेकर अहम बैठक भी हुई, जिसमें एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति जताई गई. उधर, बीजेपी भी अपनी तैयारियों में लग गई है. वह यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर काफी सक्रिय है. वहीं अगर झारखंड की बात करें तो यहां कांग्रेस और बीजेपी जोर शोर से तैयारी करने में लगी हुई है. जहां बीजेपी बांग्लादेशी घुसपैठ, भ्रष्टाचार और नियोजन नीति को मेन मुद्दा बना रही है.


झारखंड में मिले चौंकाने वाले आंकड़ें


वहीं झारखंड में झामुमो सरकार गठबंधन दलों के साथ मिलकर बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रही है. इन सबके बीच लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि, आखिर झारखंड का मिजाज क्या है. अगर आज चुनाव हो जाते हैं तो झारखंड में गठबंधन सरकार की वापसी होगी या फिर बीजेपी सत्ता काबिज करने में कामयाब होगी? लोकसभा चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत का ताजा चुनावी सर्वे समाने आया है, जिसमें चौंकाने वाले नतीजे मिले हैं. दरअसल, झारखंड में 14 सीटों में 10-12 सीटें बीजेपी को मिलती दिख रही हैं. इसके साथ ही 2-4 सीटें यूपीए को मिलती हुई दिख रही हैं. अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को 53 प्रतिशत जा रहा है. वहीं यूपीए को 38 प्रतिशत मिलता दिख रहा है. 


झारखंड में बीजेपी हमलावर


इस बीच बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने सांगठनिक बदलाव किया है. इसी के तहत झारखंड के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को तेलंगाना, सुनील जाखड़ को पंजाब और पूर्व केंद्रीय मंत्री डी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है. झारखंड में मौजूदा वक्त में महागठबंधन की सरकार है और बीजेपी उस पर हमलावर है. मरांडी को कमान देने के पीछे बीजेपी की अपनी रणनीति है. बात दें कि, झारखंड में बीजेपी के नेता मोदी सरकार के नौ साल की उपलब्धियों को गिना रहे हैं. वहीं बाबूलाल मरांडी राज्य की मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. वे सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ते. सोशल मीडिया पर एक्टिव बाबूलाल मरांडी हर मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं.


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