Dumka Crime: दुमका में फिर हैवानियत, प्रेम प्रसंग में शख्स ने महिला को किया आग के हवाले
Jharkhand News: पश्चिम बंगाल के रानीगंज की रहने वाली पूजा का ससुराल नोनीहाट स्थित चंपातरी है. एक दिन जब पूजा के ससुराल वाले उसे लेने आए तो तो पूजा ने उनके साथ जाने से मना कर दिया.
Dumka News: झारखंड के दुमका में हैवानियत का एक और खौफनाक मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपने पिता और भाई के साथ मिलकर एक महिला को पेट्रोल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया. हालांकि यह मामला 30 अगस्त का बताया जा रहा है, जहां पुलिस ने एक वीरान पहाड़ी से महिला का अधजला शव बरामद किया था. यह घटना उस वक्त घटी जब दुमका में अंकिता हत्याकांड का मामला गर्म था. पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी मुन्ना मियां (30) दुमका के तालझारी थाना क्षेत्र के सकटिया गांव का रहना वाला है.
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में किया ये खुलासा
2 नवंबर को पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि चित्रानंद साह के घर में पूजा कुमारी नामक महिला अपने बच्चे के साथ रहती थी और साफ-सफाई का काम करती थी. एक दिन उसके बच्चे की तबीयत खराब हो गई. चित्रानंद शाह के कहने पर मैंने अस्पताल ले जाकर उसके बच्चे का इलाज करवाया. इसके बाद उसकी उस महिला से जांच पहचान बढ़ गई और दोनों के बीच प्यार हो गया.
पश्चिम बंगाल के रानीगंज की रहने वाली पूजा का ससुराल नोनीहाट स्थित चंपातरी है. एक दिन जब पूजा के ससुराल वाले उसे लेने आए तो तो पूजा ने उनके साथ जाने से मना कर दिया. ससुराल वालों से झगड़ा कर पूजा हावड़ा चली गयी और उसने मुन्ना को भी वहीं बुला लिया. इसके बाद दोनों गुजरात चले गए. कुछ दिनों बाद मुन्ना अकेले अपने गांव लौट गया. कुछ दिनों बाद पूजा ने फोन कर मुन्ना को बताया कि वह बैंगलोर चली गई है. इसके बाद मुन्ना भी उसके पास बैंगलोर चला गया और दोनों वहीं काम करने लगे. मुन्ना बीच-बीच में अपने गांव आता जाता रहता, इसी दौरान उसे पता चला कि पूजा का कई और लोगों से संबंध है. एक दिन उसने पूजा को अन्य पुरुष के साथ शारीरिक संबंध बनाते देखा तो वह भड़क गया. पूजा से झगड़ा कर वह अपने घर वापस आ गया और अपने पिता व भाई के संग पूजा की हत्या करने की योजना बनाई.
योजना के मुताबिक उसने पूजा को आधार कार्ड बनवाने के नाम पर देवघर बुलाया. 27-28 अगस्त को वह अपने बच्चे के साथ देवघर आई तो मुन्ना ने उन्हें एक वहां एक किराए के मकान में ठहरा दिया. 29 अगस्त को रात में वह उनके साथ रहा और 30 अगस्त की सुबह सहारा आया और भाई सुलेमान मियां के साथ पूरी योजना बनाकर खरीदे गए लोगे के चापट और माचिस को घटनास्थल के पास झाड़ियों में रख दिया. इसके बाद वह बाइक से देवघर गया और आधार कार्ड बनवाने के नाम पर पूजा को शाम 4 बजे अपने साथ लेकर दुमका चला गया. आधार कार्ड वाले को फोन करने के नाम पर वह पूजा को इधर उधर घुमाता रहा और अंत में कहा कि आधार कार्ड बनवाने में थोड़ा समय लगेगा और इसके बाद उसे घर ले जाने के बहाने बाइक से पहाड़पुर की पहाड़ी की तरफ ले गया.
वहां मुन्ना के पिता और उसका भाई दोनों के आने का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही मुन्ना पूजा को लेकर वहां पहुंचा सुलेमान ने पूजा को कसकर पकड़ लिया और उसका मुंह दबा दिया. इसके बाद मुन्ना ने पूजा के गले पर चापट से वार किये. पूजा को मरा समझकर उसने उसे बाइक पर लादा और कुछ दूर ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया. इसके बाद उसने अपनी बाइक से पेट्रोल निकाला और पूजा पर छिड़ककर उसमें आग लगा दी. पूजा को मारने के बाद वह देवघर के मोहनपुर चला गया. इसी बीच उसे पता चला कि पूजा के अधजले शव को पुलिस उठा ले गई है हालांकि शव की पहचान नहीं हो सकी है.
हत्या में शामिल दो अन्य आरोपी फरार
कुछ दिनों बाद जब मामला ठंडा पड़ता दिखा तो वह इस बात से आश्वस्त हो गया कि अब पुलिस को इस हत्या का कोई सुराग नहीं मिलेगा. इसी बीच 2 नवंबर की रात पुलिस उसके घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर तालझारी थाना ले आई. 3 नवंबर को उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उससे हथियार में प्रयुक्त लोहे के चौपट को भी बरामद कर लिया. पुलिस जांच में पता चला कि मुन्ना पहले से ही शादीशुदा था. मामले के दो आरोपी मुन्ना का भाई और उसका पिता अभी फरार हैं.
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