Jharkhand News: मुंबई की दो बहनों ने छोड़ा सांसारिक मोह, दीक्षा लेकर बनी साध्वी
Giridih: दीक्षा का कार्यक्रम जैन धर्म के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन के तलेटी तीर्थ में संपन्न हुआ. दीक्षा महोत्सव में दीक्षार्थी परिवार के साथ-साथ काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.
Jharkhand News: मुंबई की दो चचेरी बहनों ने झारखंड में पारिवारिक मोह-माया और सांसरिक सुख-सुविधा को छोड़कर साध्वी की दीक्षा ली है. बता दें कि, सम्मेद शिखर में तीन जैनाचार्य समेत मधुबन में साधनारत जैन साधु संतों के सानिध्य में दोनों ने साध्वी की दीक्षा ली. दीक्षा लेने वाली बहनों में मुंबई निवासी मनीष कुमार की 19 वर्षीय पुत्री दर्शी कुमारी व अमित कुमार की 15 वर्षीय पुत्री देशना कुमारी शामिल हैं.
बता दें कि, दीक्षा का कार्यक्रम जैन धर्म के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन के तलेटी तीर्थ में संपन्न हुआ. यहां जैनाचार्य के सानिध्य में धार्मिक विधियां पूरी की गई. दीक्षा महोत्सव में दीक्षार्थी परिवार के साथ-साथ काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे, जो भक्ति में डूबे रहे. सम्मेद शिखर जी स्थित तलेटी तीर्थ में आचार्य मुक्तिप्रभ शुरीश्वर महाराज व साधनारत साधु संतों के सानिध्य में भव्य दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया गया था. यहां बताया गया कि दोनों दीक्षार्थी बीते तीन वर्षों से साधु संतों के सानिध्य में रहकर आराधना व धर्म साधना में लिप्त थी.
दोनों बहनों का हुआ नया नामकरण
साधु संतों की प्रेरणा व मुमुक्षुओं की सहमति से दोनों बहनों ने सोमवार को दीक्षा ली. इस दीक्षा कार्यक्रम के दौरान तलेटी तीर्थ के अलावा पूरे मधुबन के लोग उत्साहित दिखे. तलेटी तीर्थ का इलाका धार्मिक मंत्रोचारण से गुंजायमान हो गया. यहां बता दें कि सम्मेद शिखर में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष की प्राप्ति की थी. जैन धर्म के लोगों के लिए यह पूजनीय स्थल है. वहीं जैन साध्वी का दीक्षा लेने के बाद आचार्य मुक्ति प्रभ महाराज ने दोनों चचेरी बहनों का नया नामांकरण करते हुए दर्शी बेन का नया नाम पूज्य देवारण्य पुण्य और देशना बेन का नाम पूज्य चित्य पुण्य का नाम दिया. दोनों का नया नामांकरण होते ही आयोजन स्थल में श्रद्धालुओं ने दोनों के खूब जयकारे भी लगाएं.
(इनपुट- अमर)