Jharkhand News: झारखंड (Jharkhand) में फरार चल रहे माओवादी रविंद्र गंझू (Ravinder Ganjhu) की अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है. गंझू की संपत्ति राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कुर्क किया है. जांच एजेंसी ने उसके एक घर को अपने अटैच कर लिया है. एनआईए की जांच से पता चला है कि रविंद्र गंझू ने इस संपत्ति के निर्माण में स्थानीय ठेकेदारों और व्यापारियों से जबरन वसूली की थी. साथ ही लेवी वसूली के जरिए जो पैसा मिला था, उससे घर बनाया था. 


एनआईए ने मीडिया को जानकारी दी कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 25(1) के प्रावधानों के तहत रविंद्र गंझू की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है. गंझू एक बड़ा माओवादी नेता और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई (माओवादी) की क्षेत्रीय समिति का सदस्य  भी है. वह सीपीआई (माओवादी) के काडरों द्वारा किए गए कई नक्सलवादी गतिविधियों में शामिल था. वह आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है, जिसके बाद झारखंड के विभिन्न पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ 55 से अधिक मामले दर्ज है. 


एनआईए ने भी इनाम घोषित किया था
गंझू को पकड़ने के लिए झारखंड सरकार और राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा इनाम की भी घोषणा की गई है. झारखंड सरकार की ओर से गंझू पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जबकि एनआईए ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. गंझू की पुलिस को काफी समय से तलाश है लेकिन हर बार वह सुरक्षाकर्मियों को चकमा दे जाता है. 


पिछले साल आरोप पत्र दाखिल हुआ था
बता दें कि झारखंड के पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के शिविर से 2017 में गोला बारूद बरामद किया गया था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था जबकि मामले में 9 लोग फरार हैं जिनमें रविंद्र गुंझू भी शामिल है. एनआईए ने पिछले साल सभी 11 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. 


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