Jharkhand Shardiya Navratri In Dumka: झारखंड (Jharkhand) की उपराजधानी दुमका (Dumka) में दुर्गा पूजा (Durga Puja) की धूम है. शहर में करीब 27 से ज्यादा पंडाल बनाए गए हैं. आज महाष्टमी के दिन लोग भक्ति से सराबोर नजर आ रहे हैं. श्रद्धालू मां की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. हालांकि, महलाया के बाद से ही मां की पूजा-अर्चना शुरू हो चुकी है लेकिन सप्तमी मे बेलभरण का आयोजन कर मां का आह्वान किया गया. वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां दुर्गा की पूजा ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया है.
बांग्ला में होता है दुर्गा पाठ
शहर के अलावा दुमका जिले के सभी 10 प्रखंडों के विभिन्न गांवो में मां की मूर्ति स्थापित कर दुर्गा पूजा मनाई जा रही है. ये क्षेत्र पूर्व में पश्चिम बंगाल के बीरभूम पड़ता था जिसके कारण भी यहां दुर्गा पूजा की धूम देखने को मिलती है. बंगाल से पहले बिहार और फिर 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर यह क्षेत्र झारखंड में रह गया. भले ही बंगाल से कटकर अलग हो गया लेकिन यहां बंगाल की संस्कृति नहीं बदली, आज भी यहां बांग्ला में मां दुर्गा का पाठ कर पूजा अर्चना की जाती है.
बनाई गई हैं भव्य मूर्तियां
जहां मंदिर हैं वहां रंग रोहन कर पूजा आयोजित की जाती है. इसके अलावा पंडाल बनाकर भी मां दुर्गा की पूजा होती है. यहां एक से बढ़कर एक पंडाल और मां की भव्य प्रतिमाएं बनाई गई हैं. शहर में तमाम पंडालों के बीच सबसे आकर्षक पंडाल डंगालपाड़ा मोहल्ले में स्थापित है. यहां शाहजहां द्वारा 1638 ई में निर्मित लालकिले का बखूबी निर्माण किया गया है. लालकिले के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है. लालकिले के पंडाल को भव्यता देने के लिए 2 तोपें भी बनाई गई हैं.
बनाए गए हैं शानदार पंडाल
वहीं, बाबूपाड़ा मोहल्ले में बनाए गए पंडाल में राजस्थान की थीम को प्रदर्शित कराया गया है. जिसमें सभी देवी देवताओं को राजस्थानी पगड़ी और चुनरी पहनाकर वहां की सांस्कृतिक वेशभूषा के साथ एक पुराने किले का प्रदर्शन किया गया है. शहर के कानूपाड़ा मोहल्ले में गलवान घाटी का बखूबी चित्रण कर पंडाल बनाया गया है. इस पंडाल में चीन के सैनिक से अपने क्षेत्र की रक्षा करते भारत के वीर सैनिकों, युद्धक विमान और हेलीकाप्टर का चित्रण किया गया है. इसके अलावा शहर के पंडालों में कई आकर्षक मंदिरों को भी बनाया गया है.
ये भी पढ़ें: