Naxalite Maharaj Pramanik surrendered: झारखंड में इनामी नक्सली महाराज प्रमाणिक ने शुक्रवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. प्रमाणिक ने सरेंडर के दौरान अपने साथ एके 47, कारतूस और 2 वायरलेस सेट भी पुलिस को सौंपे. प्रमाणिक ने IG ऑपरेशन अमोल होमकर , रांची के जोनल IG पंकज कंबोज ,एसटीएफ DIG अनूप बिरथरे, रांची एसएसपी के सामने एके-47 के साथ आत्मसमर्पण किया. 


झारखंड सरकार नई दिशा, नई पहल के तहत नक्सलियों को सरेंडर करने का मौका देती है. इसी के तहत प्रमाणिक ने सरेंडर किया. प्रमाणिक पर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का भी आरोप है.


2009 में नक्सली बना प्रमाणिक
सरायकेला के पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने बताया कि कि प्रमाणिक साल 2009 में माओवादी संगठन में शामिल होने के बाद साल 2015 में जोनल कमांडर बना था. प्रमाणिक, नक्सलियों के गुरु माने जाने वाले पति राम मांझी उर्फ अनिल दा का दाहिना हाथ था.


SP ने कहा कि तीन नक्सली प्रभावित जिले सरायकेला, खूंटी और चाईबासा में सबसे ज्यादा माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी पुलिस को मिलती रही है. ऐसे में प्रमाणिक का आत्मसमर्पण पूरे ट्राई जंक्शन की रीढ़ की हड्डी को ध्वस्त करने में मदद करेगा.




नक्सली प्रशांत बोस को  पकड़ना भी कामयाबी- SP
उन्होंने कहा- नक्सली प्रशांत बोस को उसकी टीम के साथ जिंदा पकड़ना भी सरायकेला पुलिस की बड़ी कामयाबियों में से एक है.


प्रमाणिक की तलाश सरायकेला खरसावां जिले के कुकुडू हाट, लांजी समेत कई वारदातों में थी. 14 जून 2019 को महाराज प्रमाणिक के नेतृत्व में नक्सलियों ने कुकुडू हाट में पांच पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था.


NIA को भी थी प्रमाणिक की तलाश
वहीं मार्च 2021 में लांजी में IED धमाके में भी प्रमाणिक पर तीन पुलिसकर्मियों को मारने का आरोप है. प्रमाणिक की तलाश झारखंड पुलिस के साथ-साथ NIA को भी थी. राज्य पुलिस ने भी प्रमाणिक पर दस लाख का इनाम रखा था.


प्रमाणिक को एक करोड़ के इनामी और सेंट्रल कमेटी के सदस्य पतिराम माझी उर्फ अनल दस्ते का सबसे हार्ड कोर नक्सली बताया जाता है. इसके आत्मसमर्पण से सरायकेला खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम क्षेत्र में माओवादी कमजोर पड़े हैं.


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