Lok Sabha Elections: पश्चिमी सिंहभूम में नक्सलियों ने गांव-गांव लगाए पोस्टर, चुनाव का बहिष्कार करने की अपील
Jharkhand Elections 2024: निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जुटा हुआ है तो दूसरी तरफ झारखंड में नक्सली चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं और उसके लिए प्रचार भी कर रहे हैं.
Jharkhand News: झारखंड (Jharkhand) के पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिले के टोंटो थाना अंतर्गत कई गांव में नक्सलियों ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए पोस्टर लगाया है. एक ओर पश्चिमी सिंहभूम जिले में प्रशासन और पुलिस महकमा शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की तैयारियों में जुटा हुआ है तो दूसरी तरफ लाल रंग की स्याही से संदेश लिखकर नक्सली (Naxal) खुलेआम लोकसभा और विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं.
टोंटो प्रखंड के लिसीमोती, पंडराईबेड़ा, डुमुरजोआ, बड़ा लुइया और छोटा लुइया में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. यहां नक्सलियों ने आधी रात गांव के स्कूल समेत अन्य क्षेत्रों में पोस्टर लगाए हैं. नक्सलियों ने पोस्टर बैनर लगाकर लोगों से वोट नहीं देने की अपील की है. नक्सलियों के द्वारा किए गए इस पोस्टरबाजी से लोकतंत्र के महापर्व में आतंक और भय का माहौल खड़ा करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि पुलिस ने इस मामले को लेकर अब तक कोई भी जानकारी मीडिया से साझा नहीं की है.
सुरक्षाबलों के अभियान से बैकफुट पर नक्सली
टोंटो में लगातार सुरक्षाबलों का नक्सल विरोधी अभियान जारी है जिसमें सुरक्षाबलों को कामयाबी भी मिल रही है. लगातार मिल रही पुलिस को सफलता के कारण नक्सली इन दिनों बैकफुट पर हैं. उधर, बैनर लगाकर माओवादियों ने लिखा है कि ''लोकसभा और विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करें, जनवादी सत्ता निर्माण करने के पद पर आगे बढ़ें. वोट के जरिए केवल सरकार का रंग बदलता है शोषण बंद नहीं होता है.'नेता-मंत्री मालामाल जनता है बेहाल, वोट-वोट नहीं चिल्लाए जोति कर रोटी खाएं.''
पोस्टर में की गई है यह अपील
वहीं. एक अन्य पोस्टर पर लिखा गया है कि चुनाव के जरिए सरकार बदलने से जनता की एक भी बुनियादी समस्या का हल नहीं होता है. पांचवी अनुसूची, पेसा, बिल किलसन रूल और गांव ग्राम सभा का कानून लागू नहीं होता तो नेताओं को वोट न दें.