NEET Paper Leak Case 2024: नीट पेपर लीक मामले के तार बिहार के बाद अब झारखंड से जुड़ते नजर आ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो नीट का पेपर झारखंड के हजारीबाग के एक सेंटर से लीक हुआ. पटना में मिले जले हुए प्रश्न पत्र के आधार पर ये जानकारी सामने आई है. वहीं इस मामले में गिरफ्तार सिकंदर यादवेंद्र ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उसने 30 से 32 लाख रुपए में पेपर की डील की थी. इसके बाद 4 अभर्थियों को उसने पेपर 40-40 लाख रुपए में बेचा था.
हजारीबाग के सेंटर से लीक हुआ पेपर
नीट पेपर लीक मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. बताया जा रहा है नीट का पेपर सबसे पहले झारखंड के हजारीबाग से लीक हुआ था. पटना में मिले जले हुए प्रश्न पत्र के बुकलेट के आधार पर ये जानकारी सामने आई है. बिहार पुलिस ने झारखंड पुलिस को जानकारी दी है उसके मुताबिक झारखंड के नंबर प्लेट की एक गाड़ी से कुछ संदिग्ध पकड़े गए. जिसके बाद पेपर लीक के खुलासे हुए थे. मामले में जिस सिकंदर यादवेंद्र नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है.
उसने अपने कबूलनामे में बताया है कि दो और आरोपी अमित आनंद और नीतीश कुमार से नगर परिषद दफ्तर में जान पहचान हुई थी. इसी बीच अमित आनंद और नीतीश कुमार ने उससे किसी भी परीक्षा का पेपर लीक करने का दावा किया. जब सिकंदर यादवेंद्र ने नीट पेपर का जिक्र किया तो अमित आनंद और नीतीश कुमार ने 30 से 32 लाख रुपए में पेपर लीक कराने की डील की.
4 अभ्यर्थियों को 4 मई की रात को सौंपा था पेपर
सिकंदर यादवेंद्र के कबूलनामे के अनुसार दानापुर पटना के आयुष कुमार, समस्तीपुर के अनुराग यादव, रांची के अभिषेक कुमार और गया के शिवनंदन कुमार को पेपर देने की बात कही है. नीट की परीक्षा 5 मई को हुई और सिकंदर यादवेंद्र ने चारों अभियर्थियों को 4 मई की रात को पटना के रामकृष्णा नगर में जाकर पेपर सौंपा. उस वक्त अमित आनंद और नीतीश कुमार भी उनके साथ मौजूद थे. इसके बाद रातभर सभी को पेपर रटवाया गया. लेकिन 5 मई को पटना के बेली रोड से चारों अभियर्थियों को एक झारखंड नंबर की गाड़ी से हिरासत में ले लिया गया था.
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