Jharkhand News: झारखंड में एक बार फिर हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री की कमान संभालने जा रहे हैं. इससे पहले बुधवार (3 जुलाई) को गठबंधन के विधायकों की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद हेमंत सोरेन के करीबी चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसको लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने निशाना साधा है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन को रुलाया गया.


गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ''झारखंड आंदोलनकारी नेता चंपई सोरेन को कल विधायक दल की बैठक में रुलाया गया, झारखंड के नए मुख्यमंत्री के सिपाहसालार गढवा नरेश के साथ झड़प? क्या यही झारखंड की संस्कृति है. आदिवासियों के सम्मान में बाबूलाल मरांडी मैदान में.''






...कोई राजनीतिक भविष्य नहीं- निशिकांत दुबे


इससे पहले बुधवार को निशिकांत दुबे ने कहा था, ''झारखंड में चंपई सोरेन युग खत्म हो गया है. परिवारवादी पार्टी में, परिवार के बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है. मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लें और भ्रष्ट हेमंत सोरेन के खिलाफ खड़े हो जाएं.''  


वहीं झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि शिबू सोरेन के परिवार के बाहर के आदिवासी झामुमो में केवल अस्थायी चेहरे हैं. यह परिवार अपनी आवश्यकताओं के अनुसार लोगों का उपयोग करने में विश्वास रखता है.


31 जनवरी को ईडी ने किया था गिरफ्तार


बीजेपी के दावों के बीच जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन का कहना है कि चंपई सोरेन ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. हेमंत सोरेन रविवार, 7 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. वो राज्य के 13वें मुख्यमंत्री होंगे. इसी साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस बदलाव को अहम माना जा रहा है.


कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन 28 जून को जेल से रिहा हुई. सोरेन को 31 जनवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसी दौरान उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उनकी जगह चंपई सोरेन सीएम बने.


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