Jharkhand Politics: झारखंड के लिए शुक्रवार, 11 नवंबर 2022 का दिन ऐतिहासिक रहा. विधानसभा से ओबीसी आरक्षण और स्थीनीयता बिल पास हो गया. सीएम सोरेन ने दोनों विधेयकों को सदन में पेश किया था. हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि सभी चुनौतियों को झेलते हुए सरकार जनकल्याण और चौमुखी विकास पर निरंतर प्रयासरत है. हमारी सरकार और गठबंधन के लोगों ने पूरी मजबूती के साथ विपक्ष के चुनौतियों का सामना किया है.


मुख्यमंत्री ने ईडी के समन पर कहा कि ये लोग मुझे केंद्रीय एजेंसियों और जेल का डर दिखाते हैं लेकिन मैं जेल में रहते हुए भी विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दूंगा. उन्होंने कहा कि अब आदिवासी बोका (बेवकूफ) नहीं रहा, जाग गया है. अपने अधिकारों को जानता है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों से नहीं डरती.


उन्होंने आगे कहा कि वे (बीजेपी) सोचते हैं कि वे मुझे जेल में डालकर और आरोप लगाकर हमारे राजनीतिक करियर को समाप्त कर सकते हैं? न तो हमारी छवि खराब होगी और न ही हमारी राजनीतिक शक्ति कम होगी. वर्तमान में हम विधायकों के समर्थन के मामले में 52 पर हैं लेकिन अगली बार हम 75 के साथ आएंगे.






विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आप लोगों को जितना भी षड्यंत्र करना है करिए. मेरे पिताजी ने झारखंड राज्य के लिए लड़ाई लड़ी. अलग राज्य हासिल किया. आज उनका बेटा राज्य को स्थानीय नीति की पहचान दे रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन बहुत शुभ है. पिछले साल इसी तारीख को सरना धर्म कोड पारित हुआ था.


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