Palamu: पलामू के पांकी में किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं, हिंसा मामले में अब तक 13 लोग भेजे गए जेल
Palamu Violence: महाशिवरात्रि के लिए सड़क पर गेट लगाने को लेकर हुए दो गुटों में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया. जिले में अभी भी धारा 144 लागू है.
Panki Violence: झारखंड के पलामू जिले के पांकी कस्बे में शुक्रवार को किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है, जहां दो दिन पहले आने वाले शिवरात्रि उत्सव के लिए गेट लगाने को लेकर लोगों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इलाके में शुक्रवार को स्कूल, दुकानें और कार्यालय बंद रहे. घटना के बाद जिला प्रशासन ने बुधवार से सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
गिरफ्तार किए गए 13 लोग भेजे गए जेल, एक अन्य की तलाश
पुलिस महानिरीक्षक (पलामू रेंज) राज कुमार लकड़ा ने कहा कि झड़प के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए पंकी पश्चिम पंचायत के एक पूर्व मुखिया सहित सभी 13 लोगों को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया, पुलिस एक अन्य व्यक्ति की तलाश में थी, जो इस घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.
चार लोगों को मिली शुक्रवार की नमाज अदा करने की अनुमति
कस्बे में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच एक मस्जिद में केवल चार लोगों को शुक्रवार की नमाज अदा करने की अनुमति दी गई. पलामू के उपायुक्त ए दोड्डे ने कहा कि इलाके में स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. पलामू प्रशासन ने गुरुवार को पलामू जिले में सभी तरह की इंटरनेट सेवाओं के स्थगन को 19 फरवरी को सुबह 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है.
बदमाशों ने आवासीय परिसर में बने मवेशी घर में लगा दी आग
पनकी में शिवरात्रि पर्व के लिए स्वागत द्वार बनाने को लेकर अलग-्अलग समुदायों के दो गुटों के बीच झड़प हो गई. एक गुट लोगों को जुटाना चाहता था, दूसरा नहीं. इसी मुद्दे को लेकर हुई रोड़ेबाजी में एक कनिष्ठ पुलिस अधिकारी और चार कांस्टेबल सहित आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. बुधवार की रात बदमाशों ने एक घर के परिसर में बने पशुशाला में आग लगा दी है. हालांकि इस घटना में किसी मवेशी को नुकसान नहीं पहुंचा है. इस सिलसिले में दर्ज की गई प्राथमिकी में 145 लोगों को आरोपी बनाया गया है और 500 लोगों को नामजद भी किया गया है.