Jharkhand High Court: पटना पुलिस (Patna Police) द्वारा झारखंड (Jharkhand) के एक वकील (Advocate) और अतिरिक्त लोक अभियोजक को उनके आवास से कथित तौर पर ले जाए जाने के एक दिन बाद, सोमवार को राज्य उच्च न्यायालय (High Court) में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई. याचिका में संबंधित अधिकारियों को अधिवक्ता की मौजूदा स्थिति के बारे में खुलासा करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है.


अधिवक्ता को साथ ले गई थी पुलिस 
झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ के सचिव नवीन कुमार (Naveen Kumar) ने बताया कि अधिवक्ता की पत्नी ने अदालत के समक्ष याचिका दायर की है, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होने की उम्मीद है. याचिका में कहा गया है कि झारखंड राज्य की राजधानी के सुखदेवनगर निवासी वकील रजनीश वर्धन को 7 नवंबर की रात करीब 10:30 बजे पुलिस टीम उनके परिवार को कोई जानकारी दिए बिना उनके आवास से कथित तौर पर अपने साथ ले गई थी.


पत्नी ने अधिवक्ता संघ को किया सूचित 
रजनीश वर्धन की पत्नी श्वेता प्रियदर्शिनी ने झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ को सूचित किया और झारखंड के पुलिस महानिदेशक समेत रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों को भी ई-मेल भेजकर अपने पति के बारे में जानकारी मांगी. 



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