Jharkhand Petrol Diesel Price Cut: सरकार के 2 साल पूरे होने के अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरने (Hemant Soren) ने बड़ा ऐलान किया है. सीएम होमंत सोरेन ने कहा है कि, पेट्रोल-डीजल के मूल्य में लगातार इजाफा हो रहा है, इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं. इसलिए सरकार राज्य स्तर से दो पहिया वाहन के लिए पेट्रोल पर प्रति लीटर ₹25 की राहत देगी, इसका लाभ 26 जनवरी 2022 से मिलना शुरू होगा. रांची (Ranchi) में आयोजित कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने सरकार की अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए विकास का रोडमैप भी रखा.
ऐसे मिलेगा लाभ
अब बात पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों को लेकर करें तो सरकार ने इसमें बड़ी राहत देने का ऐलान किया है लेकिन इसमें कुछ शर्तें भी जुड़ी हैं. दरअसल, गरीबों के लिए राहत की स्कीम के तहत लाभार्थी प्रतिमाह अधिकतम 10 लीटर डीजल या पेट्रोल की खरीदारी कर सकेंगे. इसमें प्रति लीटर कीमत पर 25 रुपये की छूट मिलेगी. छूट की ये राशि लाभार्थी को बैंक अकाउंट में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए प्राप्त होगी. ये योजना आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस से प्रभावी होगी.
तय कर दी गई है सीमा
सरकार की तरफ से कहा गया है कि, इस योजना के तहत एक महीनें में 10 लीटर पेट्रोल या डीजल खरीद की सीमा इसलिए तय की गई है, ताकि सब्सिडी का गलत फायदा नहीं उठाया जा सके. ये योजना दो पहिया वाहन चालकों और खेती-किसानी के लिए सिंचाई पंप चलाने वाले किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई है.
वैट की दरें घटाने की मांग
बता दें कि, झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन लगातार सरकार से राज्य में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दरें घटाने की मांग कर रहा है, इस लेकर एक दिवसीय हड़ताल भी की गई थी. एसोसिएशन का कहना है कि वैट को 22 प्रतिशत से घटाकर 17 फीसदी किया जाना चाहिए, इससे लोगों को राहत मिलेगी. फिलहाल, हेमंत सरकार के इस फैसले सो लोगों को बढ़ती महंगाई से राहत जरूर मिलने वाली है.
30 वर्षों के लिए योजनाएं बना रहे हैं
झारखंड में सरकार के 2 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले 30 वर्षों के लिए हम योजनाएं बना रहे हैं. ये योजनाएं आगामी 30 वर्षों में झारखंड को विकास के मामले में उस ऊंचाई पर ले जाएंगी जिसकी सभी लोग सराहना करेंगे. सीएम सोरेन ने कहा कि ना रुकेगा, ना झुकेगा, झारखंड आगे बढ़ेगा, उन्होंने ये भी कहा कि, पारा शिक्षक साल में 11 महीने धरना देते थे, हम लोगों ने उनकी मांगें पूरी कर दी हैं.
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