Jharkhand: पीएम मोदी ने मन की बात में किया था संजय कच्छप का जिक्र, जानें- कौन हैं झारखंड के 'लाइब्रेरी मैन'
Jharkhand: पीएम मोदी ने चाईबासा के रहने वाले संजय कच्छप को लाइब्रेरी मैन कहा है. उन्होंने साल 2004 में मैंने पहली लाइब्रेरी खोली थी. इस लाइब्रेरी को खोलने के लिए काफी लोगों ने उनकी मदद की थी.
Jharkhand News: झारखंड के चाईबासा जिले के रहने वाले संजय कच्छप ने साल 2004 में एक लाइब्रेरी खोली थी. जब संजय ने अपनी पहली लाइब्रेरी खोली तब शायद उन्हें मालूम नहीं था कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें लाइब्रेरी मैन के नाम से संबोधित करेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) ने अपने मन की बात कार्यक्रम में झारखंड के चाईबासा जिले के रहने वाले संजय कच्छप की जमकर तारीफ की है और उन्हें लाइब्रेरी मैन (Library Man)के नाम से पुकारा है. पीएम मोदी ने कहा कि संजय का ये प्रयास समाज सुधार के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होता जा रहा है.
पीएम ने की जमकर तारीफ
अपने मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा दुमका के कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप ने समाज के लिए वह कार्य किए हैं, जो काबिले तारीफ हैं. उन्होंने कहा कि संजय ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए लाइब्रेरी को बनाई है. जो एक समाज कल्याण के लिए बहुत बड़ा कदम है.
काफी खुश हैं संजय
प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ के बाद संजय कच्छप काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तारीफ के बाद से मेरे हौसले में और भी इजाफा हुआ है. मैं काफी गर्व महसूस कर रहा हूं. उन्होंने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं बचपन में पढ़ाई कर रहा था, तो मेरे घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. पढ़ाई करने के लिए पुस्तके नहीं थी. कोई मार्गदर्शन करने वाला नहीं था. हालांकि जब मैं संघर्ष करके सरकारी नौकरी में आया तो मैंने उस समय ठान लिया था कि मैं गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए कुछ प्रयास करूंगा.
साल 2004 में खोली पहली लाइब्रेरी
संजय कच्छप ने कहा कि साल 2004 में मैंने पहली लाइब्रेरी खोली थी. इस लाइब्रेरी को खोलने के लिए काफी लोगों ने मेरी मदद भी की थी. आज मैं 40 लाइब्रेरी चलाता हूं. जिसमें 24 डिजिटल लाइब्रेरी भी शामिल हैं. जिसे मैं और मेरे कुछ सहयोगी मिलकर साथ चलाते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां जरूरतमंद और गरीब बच्चों के पढ़ने के लिए पुस्तकें मौजूद हैं. साथ ही समय-समय के बाद यहां पर करियर काउंसलिंग और कंप्यूटर की शिक्षा भी दी जाती है.
अपने सरकारी आवास में भी बना चुके हैं लाइब्रेरी
दरअसल संजय कश्यप दुमका में अपने सरकारी आवास में भी एक लाइब्रेरी को चलाते हैं. इसमें जरूरतमंद बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. जाहिर है उनकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइब्रेरी मैन के नाम से की है. इस विषय पर संजय उन्होंने कहा कि मैं अब और ऊर्जा के साथ सामाजिक कार्यों के लिए प्रयास करूंगा.
Jharkhand: झारखंड HC ने कहा- 15 साल की मुस्लिम लड़की अपनी पसंद से शादी करने के लिए स्वतंत्र