Jharkhand News: झारखंड में इन 18 रेलवे स्टेशनों की बदल जाएगी तस्वीर, पीएम मोदी 26 फरवरी को करेंगे शिलान्यास
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 और 26 फरवरी को झारखंड में रेल, सड़क और स्वास्थ्य से जुड़ी 71 परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे.
Delhi News: केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Scheme) के तहत झारखंड (Jharkhand) के 18 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास एवं नवीनीकरण होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 26 फरवरी 2024 को इस योजना का ऑनलाइन के जरिए शिलान्यास करेंगे. इस बारे में भारतीय रेल प्रशासन की ओर से आधिकारिक तौर पर जारी बयान के मुताबिक इन सभी स्टेशनों का पुनर्विकास 578.95 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा.
रेल प्रशासन के अनुसान इस योजना के तहत जिन स्टेशनों का पुनर्विकास होगा उनमें टाटानगर, चक्रधरपुर, गम्हरिया, सिनी, चाईबासा, डांगोपोसी, बड़ाजामदा, बालसिरिंग, बानो, गंगाघाट, रामगढ़ कैंट, गोविंदपुर रोड, ओरगा, मुरी, सिल्ली, लोहरदगा, टाटीसिलवे और नामकुम स्टेशन शामिल हैं.
44 रोड ओवरब्रिज भी बनाए जाएंगे
इसके अलावा, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत झारखंड में 44 रोड ओवरब्रिज एवं अंडरपास भी बनाए जाएंगे. इनके निर्माण 546.01 करोड़ रुपये की लागत से होगा. योजना के तहत स्टेशनों के पुराने प्रतीक्षालय, बुकिंग कार्यालय, लाउंज, कैफेटेरिया एवं शौचालय का जीर्णोद्धार किया जाएगा. इसके अलावा प्लेटफॉर्म में सुधार और स्टेशन एवं स्टेशन के बाहर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, वाहन पार्किंग, सीसीटीवी कैमरे, स्टेशन भवन में सौर पैनलों की स्थापना, कम ऊर्जा वाली एलइडी लाइट, वर्षा जल संचयन, जैव शौचालय आदि का भी प्रावधान किया जाएगा.
9 स्वास्थ्य परियोजना का भी करेंगे उद्धाटन
पीएम मोदी इसके पहले 25 फरवरी 2024 को झारखंड के सात जिलों की नौ स्वास्थ्य परियोजनाओं का भी ऑनलाइन उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास की जाने वाली इन योजनाओं को भवन निर्माण विभाग द्वारा पूरा किया जाना है. स्वास्थ्य परियोजनाओं के तहत रांची, गढ़वा, गिरिडीह, पाकुड़, देवघर, दुमका एवं कोडरमा में विभिन्न आधारभूत स्वास्थ्य संरचनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन होगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा रेल, सड़क और स्वास्थ्य से जुड़ी 71 परियोजनाओं को शिलान्यास और उद्घाटन उस समय होगा, जब दो माह बाद लोकसभा का चुनाव होगा. जबकि इस समस्याओं का समाधान की मांग प्रदेश के लोग लंबे अरसे से करते आ रहे हैं.