Jharkhand News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को झारखंड के खूंटी (Khunti) जिले में स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा (Birsa Munda) की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा किया और उनकी जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. वहीं पीएम मोदी के दौरे के दौरान आत्मदाह की चेतावनी देने वाले जमशेदपुर आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू के घर को पुलिस ने चारों तरफ से घेरे रखा. पुलिस ने उनके घर की पूरी तरफ से घेराबंदी किए रखी.


दरअसल, आदिवासी सेंगेल अभियान के सदस्यों ने पीएम मोदी की ओर से सरना धर्म कोड की घोषणा नहीं किए जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दी थी. आत्मदाह की चेतावनी के बाद पुलिस ने सेंगेल अभियान के केंद्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू से कुछ नहीं कहा, लेकिन उनके घर को और उन्हें पूरी तरह सुरक्षा घेरे में रखा. इस संबंध में जब सालखन मुर्मू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से मंगलवार शाम को बिरसा मुंडा प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन कार्यक्रम की अनुमति प्रदान नहीं करने से संबंधित पत्र दिया गया था.


'आदिवासी समुदाय धार्मिक आजादी की लड़ाई लड़ रहे'


सालखन मुर्मू ने कहा कि अभी तक आदिवासी समुदाय अपनी धार्मिक आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. अब सरकार की ओर से अभिव्यक्ति की आजादी पर भी पहरा लगा दिया गया है, जो कहीं न कहीं संविधान का उल्लंघन है. अन्य जिलों में अभियान के कार्यकर्ताओं की तरफ से बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन कर रहे हैं. 


सरना धर्म कोड को लेकर जारी रहेगा आंदोलन


सालखन मुर्मू ने कहा कि सरना धर्म कोड को लेकर हमारा आंदोलन जारी रहेगा. बुधवार को कार्यकर्त्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. वहीं सालखन मुर्मू के हाउस अरेस्ट की खबर के बाद सेंगेल अभियान के सदस्य उनके घर पहुंचने लगे. इसकी वजह से एहतियात तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.


गर्मजोशी के साथ हुआ पीएम मोदी का स्वागत


दूसरी तरफ उलिहातू का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री मोदी का स्थानीय लोगों ने ढोल और मांदर जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर नृत्य करते हुए गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. यात्रा के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद रहे. बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया. इसके बाद उन्होंने आदिवासी किंवदंती के वंशजों से बातचीत की. पीएम ने बिरसा मुंडा के जन्मस्थान की मिट्टी को पवित्र बताते हुए उससे ‘तिलक’ भी लगाया. 


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