Prem Prakash Profile: मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) मामले में ईडी की अलग-अलग टीमों ने झारखंड (Jharkhand) के चर्चित व्यवसायी और कई राजनेताओं के करीबी प्रेम प्रकाश (Prem Prakash) के ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं. रेड में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए जाने की भी खबर है. रांची के अरगोड़ा चौक के पास वसुंधरा अपार्टमेंट के 8वें तल्ले पर स्थित प्रेम प्रकाश के दफ्तर, ओल्ड एजी कॉलोनी स्थित एक स्कूल और अरगोड़ा चौक पर व्यवसायी एमके झा के मकान को ईडी की टीमों ने सुरक्षाबलों के साथ घेर लिया और तलाशी शुरू की है. अवैध माइनिंग को लेकर ईडी ने प्रेम प्रकाश से पूर्व में पूछताछ भी की थी. प्रेम प्रकाश को सीएम हेमंत सोरेन का करीबी माना जाता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि, प्रेम प्रकाश है कौन और सियासी गलियों में इसका रसूख किस तरह से बढ़ा.
सत्ता के गलियारे में जाना-माना नाम है प्रेम प्रकाश
प्रेम प्रकाश को झारखंड के सबसे बड़े पावर ब्रोकर के तौर जाना जाता है. आईएएस आईपीएस अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर कई ठेकों को मैनेज करने में प्रेम प्रकाश को बड़ा खिलाड़ी कहा जाता है. सत्ता के गलियारे में प्रेम प्रकाश का जाना-माना नाम है. चाहे बीजेपी की सरकार ही हो या झारखंड मुक्ति मोर्चा की सब में प्रेम प्रकाश की पैठ रही है. एक साधारण बैंक कर्मचारी से लेकर सत्ता के गलियारे तक पहुंचे प्रेम प्रकाश से जुड़ी कहानी भी काफी दिलचस्प है.
ब्लैक मनी को व्हाइट करने लगा
मूलरूप से बिहार के सासाराम के फजलगंज के पिता के निधन के बाद प्रेम को अनुकंपा पर बैंक में नौकरी मिली. प्रेम की पोस्टिंग एसबीआई राजभवन ब्रांच पटना में हुई. सूत्रों का कहना है कि बैंक में नौकरी करते हुए उसका नेताओं, अफसरों और कारोबारियों से संपर्क बना और वो ब्लैक मनी को व्हाइट करने लगा. इसी दौरान बिहार के एक कद्दावर नेता का पैसा डूबने के बाद वो भागकर झारखंड आ गया.
करोड़ों में हो गई संपत्ति
प्रेम प्रकाश ने झारखंड में मिड-डे मील के तहत अंडा आपूर्ति का काम लिया था. रांची की अशोक नगर के रोड नंबर 5 के सामने एक अपार्टमेंट में उनका साम्राज्य चलता था. वहीं, बरियातू थाने के पीछे एक अपार्टमेंट के पेंट हाउस में आयोजित उनकी पार्टी में सत्ता के तमाम बड़े लोग जाते थे. कहा जाता है कि पिछले 7 से 8 साल में प्रेम प्रकाश की संपत्ति करोड़ों की हो गई है.
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