Presidential Election 2022: द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद के लिए दाखिल किया नामांकन, BJP नेता ने दी जीत की अग्रिम बधाई
Presidential Election: द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. इस बीच बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने उन्हें जीत की अग्रिम बधाई दी है.
Draupadi Murmu Files Nomination For Presidential Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली एनडीए (NDA) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने आज राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह समेते बीजेपी की तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) प्रस्तावक और राजनाथ सिंह ने अनुमोदक की भूमिका निभाई. द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान बीजेपी समेत पूरा एनडीए एकजुट नजर आया. बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी द्रौपदी मुर्मू के नामांकन (Draupadi Murmu Nomination) में शामिल होने के लिए पहुंचे.
'जीत की अग्रिम बधाई'
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने द्रौपदी मुर्मू को जीत की अग्रिम बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ''यह एक ऐतिहासिक पल है. जब आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में द्रौपदी मुर्मू जी ने राष्ट्रपति के लिए अपना नामांकन भरा. हमें गर्व है कि इस ऐतिहासिक कदम का मैं भी साक्षी हूं.
समस्त झारखंडवासी व दुनिया में बसे भारतीयों की ओर से द्रौपदी मुर्मू जी को जीत की अग्रिम बधाई.''
यह एक ऐतिहासिक पल है। जब आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में @DrupadiMurmu_ जी ने राष्ट्रपति के लिए अपना नामांकन भरा।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 24, 2022
हमें गर्व है कि इस ऐतिहासिक कदम का मैं भी साक्षी हूँ।
समस्त झारखंडवासी व दुनिया में बसे भारतीयों की ओर से द्रौपदी मुर्मू जी को जीत की अग्रिम बधाई। pic.twitter.com/J7NMh0Ac8R
नीलकंठ पुरस्कार से हैं सम्मानित
बता दें कि, झारखंड की राज्यपाल के रूप में द्रौपदी मुर्मू का 6 साल से अधिक का कार्यकाल ना केवल गैर-विवादास्पद रहा, बल्कि यादगार भी रहा. अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद वो 12 जुलाई, 2021 को ओडिशा के रायरंगपुर जिले स्थित अपने गांव से झारखंड राजभवन के लिए निकली थीं और तब से वहीं रह रही हैं. द्रौपदी को राज्यपाल के रूप में 6 साल से अधिक का समृद्ध अनुभव है. उनकी उम्मीदवारी से बीजेपी कई तरह से पूरे देश को सांकेतिक संदेश देने की कोशिश कर रही है. द्रौपदी मुर्मू को ओडिशा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.
1997 में हुआ सियासी सफर
20 जून, 1958 को ओडिशा में एक साधारण संथाल आदिवासी परिवार में जन्मीं दौपदी मुर्मू ने 1997 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. वो 1997 में रायरंगपुर में जिला बोर्ड की पार्षद चुनी गईं. राजनीति में आने से पहले उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च, रायरंगपुर में मानद सहायक शिक्षका के और सिंचाई विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में रूप में काम किया. वो ओडिशा में दो बार विधायक रही हैं और नवीन पटनायक सरकार में मंत्री के रूप में काम करने का भी मौका मिला, जब बीजेपी बीजू जनता दल के साथ गठबंधन में थी.
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