Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास शुक्रवार (10 जनवरी) को बीजेपी में फिर से शामिल हो गये. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि पार्टी झारखंड की सत्ता में वापसी करेगी. रघुबर दास ने इससे पहले पिछले साल 24 दिसंबर को ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था. विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उनके सक्रिय राजनीति में आने की अटकलें थीं. 


झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ और सैकड़ों समर्थकों ने पार्टी राज्य मुख्यालय में रघुबर दास का गर्मजोशी से स्वागत किया. इस अवसर रघुबर दास ने कहा कि 1980 के बाद से दूसरी बार पार्टी की सदस्यता लेकर खुश हैं और वह लोगों की सेवा करेंगे.


हमें नतीजों से निराश नहीं होना चाहिए- रघुबर दास


2023 में ओडिशा के राज्यपाल का पद संभालने के बाद उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी थी. उन्होंने कहा, ''2024 के विधानसभा चुनावों में प्रदेश अध्यक्ष से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं तक पार्टी के सभी सदस्यों ने अपना ईमानदार प्रयास किया, लेकिन वांछित परिणाम नहीं मिले. हमें नतीजों से निराश नहीं होना चाहिए. हम जल्द ही सत्ता में वापस आएंगे.''


'झारखंड सरकार वादा पूरा नहीं करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे'


रघुबर दास ने आगे कहा, ''झारखंड के लोगों ने गठबंधन सरकार को अपना जनादेश दिया है. हम जनादेश का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि सरकार जनता से किये गये वादों को पूरा करेगी. हम उन्हें अपने वादे पूरे करने के लिए दो-तीन महीने का समय देंगे. अगर सरकार ऐसा करने में विफल रहती है, तो हम सड़कों पर अपना संघर्ष शुरू करेंगे.


रघुबर दास, जो 2014-2019 तक झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री थे. उन्हें 18 अक्टूबर, 2023 को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. वह झारखंड के निर्माण के बाद बाबूलाल मरांडी सरकार में पहली बार मंत्री बने थे और 2009 में शिबू सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने से पहले, अर्जुन मुंडा के नेतृत्व वाली बाद की दो सरकारों में उन्हें जगह मिली थी.


बीजेपी को 2024 के झारखंड विधानसभा चुनावों में एक बड़ा झटका लगा. पार्टी राज्य में JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन को सत्ता से हटाने में विफल रही और सिर्फ 21 सीटें जीतने में कामयाबी मिली. JMM के नेतृत्व वाला गठबंधन 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में आया. 


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