Jharkhand: 'जब भी मैं परमात्मा के पास जाऊं, BJP...', रघुबर दास ने बताई अपनी अंतिम इच्छा
Raghubar Das News: पूर्व CM रघुबर दास ने कहा कि उन्होंने 1980 में बीजेपी की सदस्यता ली थी. उन्होंने पार्टी के सामने अपनी कोई अपेक्षा नहीं रखी. आज भी खुद को साधारण कार्यकर्ता ही मानता हूं.
Raghubar Das On BJP: ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद रघुबर दास गुरुवार (26 दिसंबर) को गृह राज्य झारखंड की राजधानी रांची लौट आए. वह शुक्रवार (27 दिसंबर) को रांची में प्रदेश बीजेपी कार्यालय जाकर एक बार फिर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. बताया जा रहा है कि वह राजनीति में फिर से सक्रिय होंगे.
रांची पहुंचने पर उन्होंने कहा, "मुझे ओडिशा की जनता से मान-सम्मान मिला. खुद को मूल रूप से संगठन का आदमी बताते हुए रघुबर दास ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों के दौरान पार्टी नेतृत्व ने मुझे संवैधानिक पद की जिम्मेवारी दी. मेरी अंतिम इच्छा है कि जब भी मैं परमात्मा के पास जाऊं, बीजेपी का झंडा ओढ़कर जाऊं. मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को पार्टी ने बड़ी जिम्मेवारी दी है. बीजेपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां एक छोटा सा कार्यकर्ता शिखर तक जा सकता है."
'छोटी सी जिंदगी में बड़ी कामयाबी पाई'
उन्होंने कहा कि बीजेपी का हर कार्यकर्ता पार्टी का जनाधार जन-जन तक बढ़ाने और वंचित-शोषित और आदिवासी दलित के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए काम करती है. छोटी सी जिंदगी में मैंने बहुत कामयाबी पाई है. मेरी छोटी सी जिंदगी जनता और कार्यकर्ता के बीच और सुनहरी हो. मेरी यही कामना है.
झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने ओडिशा के राज्यपाल के तौर पर उन्होंने अपने 14 महीने के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा, "भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से उन्हें ओडिशा की धरती और वहां के लोगों की सेवा करने का अवसर मिला. अब उन्हीं की इच्छा से मैं अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि पर लौट आया हूं."
'बीजेपी ने मुझे बहुत कुछ दिया'
झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने रांची में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "राजनीति में पार्टी कार्यकर्ता का पद ऐसा है जो आपसे कोई छीन नहीं सकता. पार्टी मुझे जो भी जिम्मेवारी देगी, उसका निर्वहन करूंगा."
रघुबर दास ने कहा कि जब उन्होंने 1980 में बीजेपी की सदस्यता ली थी, तब भी उन्होंने पार्टी के सामने अपनी कोई अपेक्षा नहीं रखी थी और आज भी वह खुद को साधारण कार्यकर्ता ही मानते हैं. उन्होंने कहा, "मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता को पार्टी ने बहुत कुछ दिया. यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है."
झारखंड की राजनीति में उनकी आगे की भूमिका क्या होगी, को लेकर उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी तय करेगी. वह कार्यकर्ता के रूप में खुद को धन्य समझते हैं.
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