Ranchi News: बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद बुधवार को केंद्र की ओर से एक टीम हालातों का जायजा लेने के लिए रांची (Ranchi) पहुंची थी. एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय टीम ने बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रोटोकॉल और राज्य सरकार द्वारा अपनाई गई मानक संचालन प्रक्रियाओं पर संतोष व्यक्त किया.


'रांची में मारे गए 96 पक्षी, 5320 अंडे किए गए नष्ट'


राज्य के पशुपालन निदेशक चंदन कुमार ने बताया कि प्रकोप के कारण रांची में 96 पक्षी मारे गए हैं और 5,320 अंडों को नष्ट किया गया है. बता दें कि बोकारो में बर्ड फ्लू फैलने के तकरीबन एक हफ्ते बाद 3 मार्च को रांची में बर्ड फ्लू के फैलने की सूचना मिली थी, जिसके कारण 4 हजार मुर्गियों और बत्तखों को मार दिया गया था.


'फ्लू को रोकने के किये जा रहे प्रयासों से टीम संतुष्ट'


कुमार ने कहा कि केंद्रीय टीम ने स्थिति का जायजा लिया और मुर्गों को दफन करने वाली जगह का दौरा किया. उन्होंने  प्रोटोकॉल और राज्य द्वारा अपनाई जाने वाली मानक संचालन प्रक्रियाओं पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रांची में 4,882 अंडों को नष्ट किया गया.


 फ्लू को काबू करने के लिए केंद्र ने राज्य को लिखा था पत्र


बता दें कि रांची नगर निगम के अधिकार क्षेत्र के तहत जेल मोड़ के पास पोल्ट्री में  H5N1, एक प्रकार का एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई थी. इसके बाद केंद्र ने झारखंड में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को 3 मार्च को पत्र लिखकर वायरस को काबू करने के निर्देश दिये थे. पत्र में राज्य सरकार को संक्रमित और निगरानी क्षेत्रों की घोषणा, संक्रमित परिसरों तक पहुंच को प्रतिबंधित करने और पक्षियों को मारने सहित तत्काल उपाय करने के लिए कहा गया था. वहीं अधिकारियों को एपिक सेंटर के 1 किमी के दायरे के भीतर के क्षेत्रों को प्रभावित क्षेत्र घोषित करने और पक्षियों को मारने का निर्देश दिया गया था. इसके अलावा 10 किलोमीटर के क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित करने को कहा गया था.


सर्वप्रथम बोकारो जिले में हुई थी बर्ड फ्लू की पुष्टि


गौरतलब है कि फरवरी में बोकारो जिले में कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि के बाद 3,856 पक्षियों को मार दिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि बर्ड फ्लू से संक्रमित मनुष्य में पीठ के ऊपरी हिस्से में गंभीर दर्द, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और थूक में खून आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. राज्य के पशुपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से मृत पक्षी देखे जाने पर इसकी सूचना देने का आग्रह किया है.


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