Birsa Munda Athletics Stadium: झारखंड में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. यहां बस जरूरी है कि इन प्रतिभाओं को सही मंच मिले. ऐसा ही मंच झारखंड के खेल गांव में सरकार के द्वार बनाया गया है. हालांकि अधिकारियों की उदासीन रवैया और अनदेखी से कहीं ना कहीं खेल गांव का इंस्पायर स्ट्रक्चर कमजोर होता जा रहा है. इसकी हालत देखकर आने वाले समय में कोई बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.


खेलगांव में बने इस खेल स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर दोनों तरह का फॉर्म उपलब्ध है. यहां दूर-दूर से खिलाड़ी आकर अपने खेल का लोहा पूरे देश में दिखाते हैं. मगर सवाल यह है कि इस स्टेडियम की बदहाली का जिम्मेवार कौन हैं? क्योंकि सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर मेघा स्टेडियम तैयार किया. 


सुविधाओं के सारे उपकरण खराब पड़े


आज अधिकारियों को इसकी कोई चिंता ही नहीं है कि परिसर पर मधुमक्खियों ने जैसे कब्जा ही कर रखा हो. चारों तरफ मधुमक्खियों के छत्ते देखने को मिलते हैं. दीवारों से पानी रिस्ते साफ देखा जा सकता है, गर्मियों में बच्चों को राहत देने के लिये लगाए गए छत के पंखे झुख गए हैं. इस स्टेडियम के परिसर में बना ड्रेनेज सिस्टम बिल्कुल खराब पड़ा है. अंदर ग्राउंड पार्किग में भरा पानी जो पार्किंग के छत को छू रहा है, जहां अक्सर अगल-बगल के लोग मछली पकड़ते भी दिख जाय तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. क्योंकि यहां के अधिकारी, जिनके कंधों पर यह परिसर का रख रखाव का काम है वे मस्त हैं.


इस संबंध में यहां के सीओ बात टालते हुए अपनी कुर्सी छोड़ कर चले गए. बाकी अधिकारी दूसरे अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ते नजर आए. सवाल अभी भी बना है कि इसका जिम्मेवार कौन है? हालांकि एबीपी न्यूज ने जो मुहिम छेड़ी है इस पर जानकारी समय-समय पर उजागर की जाएगी.


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