Jharkhand Land Scam News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) जमीन घोटाले मामले में आईएएस छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को छह दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. जमीन घोटाले मामले में ईडी ने पहली बार 13 अप्रैल को छवि रंजन सहित 18 लोगों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में सात आरोपियों को ईडी अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है. ईडी को आरोपियों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि जमीन दलाल अफसर खान ऐसी जमीन की जानकारी जुटाता था, जिनपर लंबे समय से जमीन मालिक दावा नहीं कर रहे थे.
इसके बाद बड़गाई अंचल कार्यालय में जमीन की फर्जीवाड़े की योजना तैयार होती थी. इस सिंडिकेट में 50 से अधिक माफिया, नौकरशाह, नेता व राजस्व अधिकारी शामिल थे. ईडी को पूछताछ में जानकारी मिली है कि छवि रंजन ने जमीन में हुए फर्जीवाड़े की रिश्वत नगद में ली है. आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने साहब को बड़ी रकम नगद में दी है. अब ईडी यह पता लगा रही है कि कितनी रकम उन तक पहुंची. इस खुलासे के बाद ईडी छवि रंजन के अबतक के ब्योरों को खंगाल रही है. ईडी ने छवि रंजन से उनके एकाउंट व प्रॉपटी का डिटेल्स मांगा था. वहीं अब उनकी संपत्ति का आकलन शुरू कर दिया गया है. मंगलवार को उनकी पूछताछ का तीसरा दिन था.
विष्णु अग्रवाल से भी हुई पूछताछ
वहीं ईडी कारोबारी विष्णु अग्रवाल से सोमवार को हुई 3 घंटे तक पूछताछ के बाद उनको बीमारी व गतिविधियों पर नजर बनाए हुए. मिली जानकारी के अनुसार ईडी उनके स्वास्थ्य की जांच अपने तरीके से करा सकती है. सोमवार को पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल ने ईडी को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कहा था कि वे अभी पूछताछ के लिए तैयार नहीं है. ठीक होने के ने बाद हाजिर हो जाएंगे. वहीं ईडी इसलिए सतर्कता बरत रहा है, क्योंकि हाल ही में दो आरोपियों ने फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनवाकर ईडी और कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की थी. मिड-डे मील के 100 करोड़ रुपये के फर्जी तरीके से हस्तांतरण मामले के आरोपी संजय तिवारी ने रिम्स से फर्जी कोविड रिपोर्ट बनवाकर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की थी. वहीं, पूजा सिंघल ने भी फर्जी एंजियोग्राफी रिपोर्ट तैयार करवाने की कोशिश की थी.