Jharkahnd News: झारखंड के रांची (Ranchi) में फर्जी कागजात पर जमीन की खरीद-बिक्री और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में निलंबित आईएएस छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को मंगलवार को जेल भेज दिया गया. रिमांड अवधि खत्म होने के बाद मंगलवार को उन्हें ईडी के विशेष जज दिनेश राय की अदालत में पेश किया गया था. कोर्ट में छवि रंजन के वकील ने कहा कि, छवि रंजन को परिवार से प्रतिदिन मिलने दिया जाए. उन्होंने जेल में अच्छा भोजन देने का भी आग्रह किया, लेकिन ईडी के वकील शिव कुमार काका ने इसका विरोध किया.
वहीं दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने कहा कि, जेल मैनुअल के अनुसार जो व्यवस्था दी गई है वही इन पर भी लागू होगी. अलग से कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा सकती है. बता दें कि, छवि रंजन को सात मई को जेल से पूछताछ के लिए ईडी ने हिरासत में लिया था. ईडी ने 10 दिन तक पूछताछ की. बरियातू रोड स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन को फर्जी कागजात के आधार पर बेचे जाने के मामले में चार मई को ईडी ने रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं अब अगली पेशी 25 मई को होगी.
जेल अधीक्षक पर भी हो सकती है कार्रवाई
वहीं होटवार जेल में प्रेम प्रकाश के निलंबित आईएएस छवि रंजन से मिलने के मामले में ईडी जेल अधीक्षक हामिद अख्तर व जेलर मोहम्मद नसीम को जल्दी ही पूछताछ के लिए समन जारी करेगा.दरअसल, पांच मई को शाम सात बजे प्रेम प्रकाश चेहरे पर गमछा बांधकर छवि रंजन से मिलने गए थे. वह करीब 45 मिनट तक छवि रंजन के सेल में रहे. जबकि जेल में सभी सेल शाम छह बजे बंद हो जाते हैं. ईडी ने इस मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है. इससे दोनों अफसरों पर जेल मैनुअल के उल्लंघन के आरोपों की पुष्टि हो गई है. ईडी सूत्रों का कहना है कि छवि रंजन के खिलाफ आ चार्जशीट में जेल अधीक्षक और जेलर को भी आरोपी बनाया जा सकता है.
जेल आईजी ने मांगी ये रिपोर्ट
वहीं जेल आईजी उमाशंकर सिंह ने जेल अधीक्षक से ईडी के निरीक्षण संबंधी पूरी रिपोर्ट मांगी है. हालांकि, मंगलवार शाम तक रिपोर्ट नहीं मिली थी. बता दें कि, मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की एक साल से कार्रवाई चल रही है. इस दौरान निलंबित आईएएस पूजा सिंघल और पंकज मिश्रा सहित कई आरोपी जेल भेजे गए. ईडी को पता चला था कि इन्हें जेल मैनुअल को दरकिनार कर सुविधाएं दी जा रही हैं. जांच एजेंसी ने ही पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत के दौरान रिम्स में मोबाइल पर बात करते पकड़ा था. वहीं अब छवि और प्रेम प्रकाश की भेंट के बाद जेल प्रशासन फिर सवालों के घेरे में है.