Jharkhand News: झारखंड में रांची (Ranchi) जमीन घोटाले मामले में ईडी ने बुधवार को सेना की जमीन के रैयती मालिक के वंशज जयंत करनाड का बयान दर्ज किया. इस दौरान जयंत करनाड ने बताया कि जमीन घोटाले में किस तरह छवि रंजन ने मदद की थी. वहीं जमीन की खरीद के फर्जी मालिक प्रदीप बागची से जमीन खरीदने वाले जगतबंधु टी एस्टेट के निदेशक दिलीप घोष ईडी के सामने पेश नहीं हुए. ईडी ने जयंत करनाड से पूछा कि बिना जमीन पर कब्जे के उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री 13 रैयतों को कैसे कर दी.


जयंत करनाड ने बताया कि उनके पूर्वजों की खतियानी जमीन को सेना ने किराए पर लिया था. हाई कोर्ट ने सेना को जमीन से कब्जा हटाने का आदेश दिया था, जिसके बाद उन्होंने 13 लोगों को जमीन की रजिस्ट्री की थी. ईडी ने जयंत करनाड से संबंधित सारे दस्तावेजों की भी मांग की, जिसके बाद जयंत ने सारे दस्तावेज ईडी को सौंप दिए. अब ईडी अपने स्तर से सभी कागजातों की जांच कराएगी. जयंत करनाड ने जिन 13 लोगों को जमीन की रजिस्ट्री की थी, उन सभी का बयान भी आज ईडी दर्ज करेगी.


12 मई छवि रजन की रिमांड खत्म
वहीं जमीन के फर्जी मालिक प्रदीप बागची से जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले कारोबारी दिलीप घोष को ईडी फिर से समन भेजेगी. कारोबारी अमित अग्रवाल के करीबी दिलीप घोष की कंपनी जगत बंधु टी एस्टेट के नाम पर को रजिस्ट्री सरकारी दर से काफी कम दर पर हुई थी. ईडी इस मामले में मनी लाउंड्रिंग की पहलुओं पर जांच कर रही है. ईडी ने अमित अग्रवाल को भी जमीन घोटाले का एक मास्टरमाइंड माना है. इसके साथ ही ईडी अधिकारियों के मुताबिक, 12 मई को छवि रंजन का रिमांड खत्म होगा. इसके बाद ईडी रिमांड अवधि को बढ़ाने के लिए कोर्ट में पीटीशन देगी. बुधवार को दिन में ईडी रांची जोनल ऑफिस में छवि रंजन की पत्नी ने उनसे मुलाकात की.



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