Jharkhand Politics: बाबूलाल ने CM सोरेन पर किया सियासी वार, बोले सच सामने आ रहा है तो तिलमिला क्यों रहे हैं
Ranchi News: रांची में हुई घटना को लेकर झारखंड में सियासी तपिश देखने को मिल रही है. BJP नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि, सच सामने आ रहा है तो तिलमिला क्यों रहे हैं.
Ranchi Violence Babulal marandi Attack on Hemant Soren: झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) में उपद्रव के बाद राज्य का सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है. राज्य के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा है कि, ''देश एक अजीबोगरीब दौर से गुजर रहा है. हमें बड़ी सावधानी और समझ के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है. लोग अक्सर आवेग में गलती कर बैठते हैं. रांची युद्ध का मैदान नहीं है. हमें मौजूदा स्थिति को समझते हुए कदम उठाने की जरूरत है.'' मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हर घटना के पीछे कोई छिपा हुआ एजेंडा लगता है. सोरेन ने कहा कि, ''आज की नाजुक स्थिति में देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है.''
'सच सामने आ रहा है तो तिलमिला क्यों रहे हैं'
सीएम हेमंत सोरेने के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal marandi) ने एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला बोला है. बाबूलाल ने ट्वीट कर कहा है कि, ''आजकल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचारी, उपद्रवियों के बारे में मीडिया में चल रही/छप रही खबरों में हिडेन एजेंडा दिखने लगा है. ये भी तो बताते हेमंत जी कि दो सालों तक आपके/आपकी सरकार की करतूतों के बारे में छींकने जैसी मामूली खबर, विरोधी दल नेताओं के वक्तव्य छापने, दिखाने पर बात-बात में अखबारों/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का विज्ञापन बंद करने की कार्रवाई कर सबकुछ अपने मन मुताबिक चलाने का प्रयास कितना मजेदार लगता था? आज सच सामने आ रहा है तो तिलमिला क्यों रहे? अगर ये सब याद नहीं है तो पूछियेगा. सब लिखकर आपको याद दिला दूंगा.''
छापने, दिखाने पर बात-बात में अख़बारों/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का विज्ञापन बंद करने की कार्रवाई कर सबकुछ अपने मन मुताबिक़ चलाने का प्रयास कितना मज़ेदार लगता था? आज सच सामने आ रहा है तो तिलमिला क्यों रहे?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 14, 2022
अगर ये सब याद नहीं है तो पूछियेगा। सब लिखकर आपको याद दिला दूँगा।
राजभवन तलब किए गए अफसर
इस बीच यहां ये भी बता दें कि, रांची में हुए उपद्रव को लेकर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) ने डीजीपी नीरज सिन्हा (DGP Neeraj Sinha) सहित राज्य के वरीय पुलिस अफसरों को राजभवन में तलब किया. राज्यपाल ने डीजीपी को पूछा कि रांची में हुई हिंसा और उपद्रव को लेकर पुलिस के पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थे और इसके आधार पर उन्होंने प्रिवेंटिव एक्शन क्यों नहीं लिया? राज्यपाल ने डीजीपी को निर्देश दिया है कि रांची में शुक्रवार को सड़कों पर हिंसा-उपद्रव करने वालों लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरों और नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवाएं, ताकि आम नागरिक इनके बारे में पुलिस को सूचना दे सकें. राज्यपाल ने जिन अफसरों को तलब किया, उनमें डीजीपी के अलावा राज्य के एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर, रांची के उपायुक्त छवि रंजन और एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा शामिल थे.
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