Water scarcity in Ranchi: गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है इस बीच रांची की कॉलोनियों में पानी के नल सूख रहे हैं. यहां के निवासी अपनी जरूरतों के लिए टैंकरों पर निर्भर हैं और पर्याप्त पानी वाले कुओं की तलाश कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक महीने पहले प्रशासन ने पानी की पाइपलाइन लगाई थी लेकिन आज तक यहां पानी नहीं पहुंच सका है. एक महिला ने कहा कि मौजूदा सयम में यहां तो पानी उपलब्ध है वो पीने के लायक नहीं है लेकिन हमारे पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है.
प्रशासन ने बुलाई गई बैठक
जगन्नाथपुर में 100 से अधिक परिवारों का घर है जो दो पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं. जेएन कॉलेज में रहने वाले एक शख्स ने कहा कि पानी क्लोरीन से भरा हुआ है और इस्तेमाल करने के लिए उपयुक्त नहीं है. पानी की बढ़ती किल्लत से चिंतित झारखंड प्रशासन ने रांची और जिलों में पानी की समस्या को ठीक करने को लेकर बैठक बुलाई है.
कई जगह बनी हुई है समस्या
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अतिरिक्त नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने कहा कि प्रशासन पानी की कमी का सामना कर रहे कुछ क्षेत्रों से अवगत है. पाहन ने कहा, "पानी की आपूर्ति पेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा की जाती है हालांकि हम चिह्नित क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार पानी के टैंकर उपलब्ध करा रहे हैं." इस सप्ताह के अंत तक जलापूर्ति हो जाएगी. जगन्नाथपुर निवासी एक महिला ने कहा कि बस्ती में रहने वाले कई परिवारों के लिए पर्याप्त पानी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि हर दूसरे दिन पानी की लूट होती है.
स्थानीय लोगों ने जताई चिंता
एलएन मिश्रा कॉलोनी में रहने वाले एक शख्स ने पानी की उपलब्धता पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि कॉलोनी में कोई सरकारी जलापूर्ति व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा, "कॉलोनी में बहुमंजिला इमारतें हैं और हर कोई बोर के पानी पर निर्भर है. यहां केवल एक बोर है जो काम नहीं कर रहा है.
मौसीवाड़ी गोल चक्कर की महिला ने कहा कि मोहल्ले में लगा हैंडपंप काम नहीं करता है जिससे राहगीर प्यासे रहते हैं. विद्या नगर की ओझा कॉलोनी के शख्स ने भी कुछ ऐसी ही कहानी सुनाते हुए कहा कि पूरा इलाका पानी की कमी से प्रभावित है. सरकारी जलापूर्ति कनेक्शन नहीं हैं और निजी घरेलू बोरिंग कनेक्शन सूख गए हैं.
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