Hemant Soren On Journalist Ravi Prakash Death: कैंसर की बीमारी से जूझ रहे पत्रकार रवि प्रकाश का निधन हो गया. लंग कैंसर से लड़ते हुए रवि जिंदगी की जंग हार गए. वहीं उनके निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी दुख जताया. सीएम सोरेन ने कहा कि जिंदादिल इंसान हमेशा अमर रहते हैं. आप बहुत याद आएंगे रवि भाई.
कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में रवि प्रकाश सोशल मीडिया पर लगातार लिख रहे थे और अनुभव लोगों के साथ शेयर कर रहे थे. सोशल मीडिया 'एक्स' पर उनका आखिरी पोस्ट 18 सितंबर का है. इसमें उन्होंने लिखा था, "कैंसर की राह थोड़ी कठिन होती जा रही है. रात कष्टप्रद थी. सुबह क्रूर थी. डॉक्टर परिस्थितियों को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. ऑक्सीजन सपोर्ट से थोड़ी राहत मिली है. आगे देखते हैं."
इसी महीने अमेरिका में मिला था अवॉर्ड
अमेरिका की इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लंग कैंसर नाम की संस्था ने उन्हें 8 सितंबर को सम्मान से नवाजा था. ये संस्था लंग कैंसर की बीमारी का अध्ययन करती है और उन्हें अवार्ड देती है जो अपने देश में मरीजों की आवाज बनते हैं.
वहीं अवॉर्ड मिलने पर रवि प्रकाश ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा था, "मेहरबानों, क़द्रदानों, दोस्तों, आखिर वो घड़ी आ गई, जिसका मुझे लंबे वक्त से इंतज़ार था. मेरे डॉक्टर्स के इलाज की बदौलत मैं अमेरिका पहुंचा और IASLC ने मुझे इस साल का पेशेंट एडवोकेट एडुकेशन अवार्ड दे दिया. सैन डियेगो कन्वेंशन सेंटर में आयोजित वर्ल्ड लंग कैंसर कांफ्रेंस में यह पुरस्कार IASLC के अध्यक्ष डॉ पॉल वैन और सीईओ करेन कैली की मौजूदगी में दिया गया."
साल 2021 में कैंसर का शिकार हुए थे रवि
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 की शुरुआत में रवि प्रकाश को ये पता चला था कि उन्हें लंग कैंसर जैसी घातक बीमारी ने जकड़ लिया है. जब उन्हें इस बीमारी का पता चला तब वे कैंसर की चौथे स्टेज पर थे. वहीं इसके बाद लंग्स का कैंसर उनके दिमाग तक पहुंच गया था. इसके बाद रवि प्रकाश का मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट में अपना लंबे समय तक इलाज करवाया. वहीं अब इस जानलेवा बीमारी से जंग लड़ते लड़ते रवि ने इस दुनिया को शुक्रवार (20 सितंबर) को अलविदा कह दिया.
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