Jharkhand Mosquito Borne Diseases: झारखंड (Jharkhand) में बदलते मौसम के बीच मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. अस्पतालों में लगातार बुखार (Fever) और बदन दर्द की शिकायत लेकर मरीज (Patients) पहुंच रहे हैं. इसमें कई मरीजों की मलेरिया (Malaria), डेंगू (Dengue) और चिकनगुनिया (Chikungunya) की जांच कराई जा रही है. रांची रिम्स (Ranchi RIMS) में ही बुखार के लक्षण को लेकर हर दिन ओपीडी में करीब 200 मरीज पहुंच रहे हैं. इन मरीजों में कई ऐसे लक्षण पाए जा रहे हैं जो डेंगू या मलेरिया से जुड़े हैं. रांची रिम्स में डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. रोजाना करीब 5 संक्रमित मरीज रिम्स पहुंच रहे हैं.


लोगों से सतर्क रहने की अपील 
अस्पताल पहुंच रहे कुछ मरीजों को तो जरूरी दवा देकर घर भेज दिया जा रहा है, लेकिन कुछ को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. इन मरीजों का इलाज डेंगू वार्ड में किया जा रहा है. जिन मरीजों की प्लेटलेट्स काउंट काफी है उन्हें ही भर्ती किया जा रहा है. बदलते मौसम को दोखते हुए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. 


डायरिया का प्रकोप 
इस बीच यहां ये भी बता दें कि, पश्चिम सिंहभूम जिले के अंतर्गत टोंटो प्रखंड के टोपाबेड़ा और हेंदेबुरू टोला में डायरिया से एक सख्स की मौत हो चुकी है जबकि 2 दर्जन से ज्यादा लोग बीमार हो हैं. ज्यादातर बीमार लोग इलाज के बजाय झाड़-फूंक और झोला छाप डॉक्टरों का सहारा ले रहे हैं. टोपाबेड़ा और हेंदेबुरू टोला में में शुद्ध पेयजल का कोई स्रोत नहीं है. 3 हैंडपंपों से दूषित पानी निकलता है साथ ही कुओं का भी पानी दूषित है. दोनों गांवों में गंदगी का भी अंबार है. टोंटो प्रखंड में पिछले साल भी आधा दर्जन गांवों में डायरिया फैलने से 20 लोगों की मौत हो गई थी.


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