Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में आरजेडी इंडिया गठबंधन के तहत ही चुनाव लड़ेगी. सोमवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव केऔर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच कां रोड़ स्थित आवास पर इस बात को लेकर सहमति बनी. सूत्रों की माने तो उम्मीद है कि आज गठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया जाएगा.


झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर JMM और कांग्रेस के प्रति आरजेडी ने नाराजगी जताई थी. इस मसले को लेकर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले RJD ने रविवार (20 अक्टूबर) को कहा कि वह 12 निर्वाचन क्षेत्रों से कम पर समझौता नहीं करेगा.


जेएमएम और कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव


जेएमएम और कांग्रेस ने शनिवार (19 अक्टूबर) को घोषणा की कि दोनों दल राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 70 पर चुनाव लड़ेंगे, बाकी की सीटों पर आरजेडी सहित अपने सहयोगियों के लिए छोड़ देंगे. वहीं, आरजेडी के प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने सीट शेयरिंग के मसले पर नाराजगी जताते हुए कहा था, ''हमें 12-13 सीटों से कम स्वीकार्य नहीं है क्योंकि 18-20 सीटों पर हमारी पार्टी की मजबूत पकड़ है.'' 


हम इंडिया ब्लॉक को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे- मनोज झा


मनोज झा ने आगे कहा, ''अगर हमें तीन-चार सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कहा जाएगा तो हम कोई भी त्याग करने के लिए तैयार नहीं हैं.'' हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य बीजेपी को हराना है, हम इंडिया ब्लॉक को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. अगर पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला करती है, तो भी वह 60-62 सीटों पर इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों को समर्थन देगी.''


पिछली बार RJD ने 7 सीटों पर लड़ा था चुनाव


झारखंड विधानसभा चुनाव में पिछली बार, RJD ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा था और एक पर जीत हासिल की थी. इसके विधायक सत्यानंद भोक्ता हेमंत सोरेन कैबिनेट में मंत्री हैं. मनोज झा ने आगे कहा था कि घटनाक्रम से उन्हें दुख हुआ क्योंकि 2019 के चुनावों के दौरान किए गए बलिदानों के बावजूद उनकी पार्टी से परामर्श नहीं किया गया, जब वह सात सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हुई थी.''


आरजेडी नेता ने कहा, ''यहां हमारे एकमात्र मंत्री सत्यानंद भोक्ता के खिलाफ भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं हैं. आरजेडी ने इंडिया ब्लॉक के गठन में और झारखंड के हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने में भी अहम भूमिका निभाई. हम बीजेपी के स्वाभाविक विरोधी हैं. हमने झुकने के बजाय अपने नेताओं के लिए जेल स्वीकार की. हमें एक सम्मानजनक हिस्सेदारी की उम्मीद थी. हमारी सीएम के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई लेकिन इसके बावजूद सीट बंटवारे में एकतरफा निर्णय लिया गया.''


बता दें कि झारखंड में दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. राज्य में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.


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