Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज (Sahibganj) जिले मे एक बच्ची बालिका वधु बनने से बच गई. एक संस्था के प्रयास से प्रशासन ने उसके बचपने को बचा लिया. दरअसल, मामला बोरियो थाना अंतर्गत बोरियो संथाली  टोला का है. यहां मंथन संस्था और चाइल्ड लाइन के कड़ी मशक्कत के बाद एक बाल विवाह को रुकवाया गया. बता दें कि, रविवार को मंथन संस्थान एवं चाइल्डलाइन के द्वारा टीम गठित कर बोरियो पुलिस एवं बोरियो बीडीओ टुडू दिलीप की मदद से एक नाबालिक लड़की के घर पहुंची. यहां नाबालिग का विवाह करने के लिए घर वाले पूरी तरह तैयार थे


वहीं प्रशासन उसके घर पंहुचा और बाल विवाह होने से रोक दिया. दरअसल, बोरियों थाना क्षेत्र के बोरियों संथाली के निकट पेट्रोल पंप के समीप आकाश (बदला हुआ नाम)की नाबालिग बेटी की शादी हिंदू रीत-रिवाज से किया जाना था. इस बीच नाबालिग बच्ची की शादी की खबर मंथन संस्था को मिली, जिसके बाद संस्था द्वारा दल बल के साथ नाबालिग के घर पहुंचकर बच्ची के स्कूली कागजात एवं सर्टिफिकेट की मांग की गई. हालांकि, तब तक बारात शादी समारोह में नहीं पहुंची थी. इसके बाद कागजात को लेकर संस्था के समन्वयक और टीम घरवालों के साथ थाना पहुंचे. यहां थाना प्रभारी द्वारा एवं वीडियो द्वारा कागजात की जांच पड़ताल में लड़की नाबालिग पाई गई.


घरवालों को दी गई हिदायत
वहीं कागजात में नाबालिक की उम्र सोलह साल आठ महीना पाया गया. जिसके बाद थाना प्रभारी निरंजन कशयप द्वारा नाबालिक एवं उसके घरवालों से उपक्रम पत्र साइन करवाकर कड़ी हिदायत देते हुए बाल विवाह न करने की सलाह दी गई. घरवालों से लड़की की शादी 18 साल के बाद करने को कहा गया. मंथन संस्था के कॉर्डिनेटर शिव प्रसाद ओझा ने बताया कि 14 मई से बाल विवाह की रोकथाम को लेकर जिलेभर में अभियान चल रहा है.जिसके तहत ये बाल विबाह रोका गया.








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