Jharkhand: सरायकेला में मालगाड़ी की चपेट में आने से हाथी के बच्चे की मौत, 1 घंटे बाधित रहा रेलवे ट्रैक
Saraikela: दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी के हाथियों का एक झुंड गुंडा जंगल से उतर रहा था. इसी दौरान झुंड काशीडीह गांव के पास रेलवे ट्रेक को पार कर रहा था. तभी मालगाड़ी की चपेट में हाथी का एक बच्चा आ गया.
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Saraikela News: देश भर में हाथियों के संरक्षण के लिए जाने जाने वाले सरायकेला (Saraikela) जिले के दलमा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी (Dalma Wildlife Sanctuary) के एक हाथी के बच्चे की रेलगाड़ी से टकराकर मौत हो गई, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई. हालांकि घटना कि सूचना मिलने के बाद चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद पशु चिक्तिस्क द्वारा हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कराया गया और उसके शव को दफना दिया गया. इस घटना के बाद हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पर एक घंटे रुका रहा.
दरअसल, दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी के हाथियों का एक झुंड गुंडा जंगल से उतर रहा था. इसी दौरान झुंड काशीडीह गांव के पास रेलवे ट्रेक को पार कर रहा था. तभी मालगाड़ी की चपेट में हाथी का एक बच्चा आ गया और उसकी मौत हो गई. घटना रविवार और सोमवार की दरमियानी रात तीन से चार बजे के आसपास की बताई जा रही है. घटना रेलवे ट्रेक पिलर 295 के आसपास की है. बताया जा रहा है कि यहां से करीब 25 से 30 हाथियों का झुंड रेलवे ट्रेक पार कर रहा था. इस संबध में सुईसा रेलवे स्टेशन के आरपीएफ अधिकारी आरबी सिंह ने जानकारी दी है.
हाथियों का झुंड ने जंगल में कई दिनों से डाल रखा है डेरा
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का झुंड सेंक्चुअरी छोड़कर गुंडा जंगल में भोजन पानी तलाश में बीते कई दिनों से डेरा डाले हुए है. यही नहीं हर दिन शाम होते ही झुंड जंगल छोड़कर गांव में प्रवेश करता है और घरों को निशाना बनाना है. हाथी घरों में रखे धान- अनाज को अपना निवाला बनाते हैं. बता दें पर्यावरण विभाग, केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जंगलों में जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए करोड़ों रुपया मुहैया कराया जाता है. इसके बाद भी वो भोजन पानी की तलाश में भटकते हैं.
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