Jharkhand: जमशेदपुर में 'सारेगामा हम अरविंद अकेला कल्लू नाइट्स'का भव्य आयोजन, गाने पर जमकर झूमे लोग
Jamshedpur: अरविंद अकेला कल्लू ने कहा कि, मुझे यहां कर हर बार अच्छा लगता है. अगर सरकार चाहे तो इस पूरे शहर को फिल्म नगरी के रूप में भी विकसित कर सकती है. यहां का माहौल मुझे फिल्मी लगा.
Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर (Jamshedpur) में सोनारी स्थित काली मैदान में कल 'सारेगामा हम अरविंद अकेला कल्लू नाइट्स' का भव्य आयोजन किया गया. इसमें अरविंद अकेला कल्लू, नम्रता माल्ला, दिव्या रलहान के साथ सारेगामा हम भोजपुरी के बिजनेस हेड बद्रीनाथ झा और पीआरओ रंजन सिन्हा मौजूद रहे हैं. सारेगामा 'हम अरविंद अकेला कल्लू नाइट्स' में जहां कल्लू और नम्रता मल्ला ने एक से बढ़कर एक पावर पैक परफॉर्मेंस दिया. वहीं जमशेदपुर की जनता भी उनके गाने पर खूब झूमे. इसी बीच कल्लू का नया गाना 'नाच रे पतरकी 3.0' भी रिलीज किया गया, जिसने रिलीज के साथ ही धूम मचा दी.
इस अवसर पर कल्लू ने स्टील नगरी जमशेदपुर को लेकर कहा कि, 'यहां कला और प्रकृति का अद्भुत सामंजस्य मेरे दिल में उतर गया है. यहां के लोगों में मैंने कला को लेकर एक करेंट महसूस किया, जिसके लिए एक कलाकार भूखा होता है. मुझे यहां कर हर बार अच्छा लगता है. अगर सरकार चाहे तो इस पूरे शहर को फिल्म नगरी के रूप में भी विकसित कर सकती है. यहां का माहौल मुझे फिल्मी लगा. लोग का समर्थन यहां खूब मिल रहा है. उन्होंने अपने रिलीज गाने का भी जिक्र किया और कहा कि इस गाने के रिलीज के लिए जमशेदपुर से अच्छी जगह और ऑडियन्स नहीं मिल सकती थी. मैंने जमशेदपुर को खूब इन्जॉय किया.'
नम्रता मल्ला ने कही ये बात
इस दौरान नम्रता मल्ला ने कहा कि, दूसरी बार मैं यहां आई हूं और दिल कह रहा है बार-बार आऊं. आज भी जमशेदपुर के लोगों के साथ खूब मस्ती और धमाल किया. सारेगामा हम नाइट एक अच्छी पहल है और इसकी शुरुआत एक खूबसूरत सिटी में हुई. जहां लोगों ने इसे दिल खोल कर अपना लिया है. इसके लिए मैं सबका शुक्रिया अदा करती हूं. वहीं सारेगामा हम भोजपुरी के बिजनेस हेड बद्रीनाथ झा ने कहा कि. नाइट सीरीज का जो कारवां बना है, वह आने वाले दिनों में हर शहरों में जाएगा.
हम भोजपुरी कल्चर को आगे बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन करते रहेंगे. इसमें भोजपुरी के लोगों का वैसे ही सपोर्ट की जरूरत है, जैसे यहां जमशेदपुर में मिल रहा है. अगर देखा जाए तो फिल्मों के शूटिंग के लिहाज से यह जगह परफेक्ट है और यहां के प्राकृतिक छटा इस जगह को फिल्म सिटी जैसा एहसास कराता है. इस आयोजन का उद्देश्य भोजपुरी भाषा, भोजपुरी फिल्में और भोजपुरी गानों के विकास से जुड़ी हुई है.