Jharkhand News: झारखंड में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. ऐसे में राजनीतिक दलों और उनके नेताओं ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. जामा से विधायक और बीजेपी लीडर सीता सोरेन जहां सूबे की हेमंत सरकार द्वारा चलाई जा रही मईया सम्मान योजना को लेकर सवाल खड़े कर रही है तो वहीं जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और जेडीयू नेता सरयू राय ने हेमंत सरकार की मईया सम्मान योजना की सराहना की है. 


बीजेपी नेता सीता सोरेन ने धनबाद में जेएमएम की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने सूबे की सरकार पर जनता को गुमराह करने और वोटरों को लुभाने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सरकार चुनाव से पहले मईया सम्मान योजना के जरिए वोटरों को भरमाने और लुभाने की कोशिश कर रही है. 


उन्होंने कहा, "हेमंत सरकार एक एक हजार देकर महिलाओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है. लेकिन यहां की महिलाएं बेवकूफ नहीं हैं. आज की महंगाई के दौर में एक हजार से क्या होगा? एक हजार के लिए महिलाओं को दिन दिन भर शिविरों में खड़ा रहना पड़ रहा है. मईया सम्मान योजना के नाम पर लूट की साजिश रची जा रही है. शिविरों में सरकार के बिचौलिए हावी है."


वहीं जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय जदयू में शामिल होने के बाद पहली बार धनबाद पहुंचे. धनबाद परिसदन में विधायक रुके, जहां मीडिया से रूबरू हुए. मीडिया से बातचीत के दौरान विधायक सरयू राय ने कहा कि झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना एक बेहतर योजना है. सभी वोट बैंक के लिए ऐसा करते है. इसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को स्वीकार करना चाहिए. 


सरयू राय ने आगे कहा, "यह योजना बेहतर योजना है लेकिन योजना शिविर में व्यवस्था बहुत खराब है. इसमें सुधार करने की जरूरत है. मुख्यमंत्री से उन्होंने आग्रह किया  कि इसके लिए आवेदन करने की समय सीमा 20 अगस्त बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बात को मान लिया है." 


उन्होंने आगे कहा, "इस योजना से अंतिम तिथि को खत्म कर दिया जाय तो वह और भी अधिक बेहतर होता. सरयू राय ने कहा की अन्य राज्यों में भी यह योजना अलग अलग नामों से लागू है. यहां मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बहुत देर से इस योजना को लाये है." विधायक सरयू राय ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सलाह दी है कि 21 से 50 साल के लोगों को बेरोजगारी भत्ता सरकार को देनी चाहिए. 


उन्होंने कहा, "जदयू बिहार और दिल्ली में एनडीए के साथ सरकार में शामिल है. भाजपा के साथ वह दोनों जगह है. झारखंड में भाजपा के साथ जदयू एनडीए में साथ रह कर चुनाव लड़ेगी, यह पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी को निर्णय लेना है."