Jharkhand: झारखंड के इस जिले को मिला राष्ट्रपति से श्रेष्ठ जिला होने का सम्मान, लेकिन यहां 4 महीने से नहीं बटा सरकारी राशन
Saraikela: सरायकेला में कई लाभुकों ने आरोप लगाया है कि उनके हिस्से का राशन डीलर बाहर बेच देते हैं जिससे वे काफी ज्यादा परेशान हो गए हैं. वहीं इसकी शिकायत करने पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई.
Jharkhand News: झारखंड के सरायकेला (Saraikela) जिले के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत शिवनारायणपुर से ग्रामीणों को चार महीनों से सरकारी राशन नहीं निला रहा है. इस वजह से ग्रामीणों ने प्रखंड कार्यालय का घेराव किया है. ग्रमीणों का कहना है कि, वार्ड सदस्य के मोहर पर पर्ची मिलती है, लेकिन राशन नहीं मिलता है. दरअसल, सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड कार्यालय में आज शिवनारायणपुर के ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. यहां ग्रामीणों ने कहा कि, महीने के सरकारी राशन देने के बजाय पीडीएस डीलर नंदी गगराई लगातार आनाकानी और बदतमीजी कर उन्हें वापस लौटा दे रहे हैं.
इसके साथ ही दिव्यांग लाभुकों को भी करीब चार महीने से अनाज नहीं उपलब्ध हो पाया है. वहीं कई लाभुकों ने आरोप लगाया है कि उनके हिस्से का राशन, डीलर बाहर बेच देते हैं जिससे वे काफी ज्यादा परेशान हो गए हैं. इसकी शिकायत करने प्रखंड के आपूर्ति पदाधिकारी के पास पहुंचे हैं, लेकिन आपूर्ति पदाधिकारी के मौके पर मौजूद नहीं होने के कारण वे मायूस होकर लौट रहे हैं. वहीं उन्होंने बताया कि रात के तीन बजे से अपनी बारी का इंतजार करते हैं, लेकिन उनकी बारी आने पर डीलर पुरुष महिलाओं को धक्का देकर भगा देते हैं और अब उनके पास सिवाय सरायकेला उपायुक्त के पास गए.
दो दिन पहले ही मिला राष्ट्रपति श्रेष्ठ जिले का सम्मान
बता दें कि, दो दिन पहले सरायकेला जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल को भारत की महामहिम राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुरमू द्वारा श्रेष्ठ जिला होने का सम्मान मिला. वहीं जमीनी स्तर में ऐसी घटना जिला प्रशासन और राज्य सरकार की पोल खोल रही है. मिली जानकारी के अनुसार, गम्हरिया प्रखंड सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां के विधायक चंपई सोरेन झारखंड सरकार में मंत्री हैं.