Jharkhand Vidhan Sabha Election 2024: केंद्रीय मंत्री और झारखंड के लिए बीजेपी के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि पार्टी राज्य के झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत ‘भ्रष्ट’ गठबंधन को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद राज्य में अगली सरकार बनाएगी. शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री के अलावा बीजेपी चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने के लिए रांची में पार्टी नेताओं, विधायकों, सांसदों और कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की.


शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में झारखंड में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां उसने आठ सीट जीतीं और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी को एक सीट मिली. उन्होंने कहा, 'संसदीय चुनाव में 81 विधानसभा सीट में से हमें 52 पर बढ़त मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल दिलाने में राज्य ने अहम भूमिका निभाई. मैं इस उपलब्धि के लिए पार्टी नेतृत्व, बूथ कार्यकर्ताओं और झारखंड की जनता को बधाई देता हूं.'


'बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में काम करेगी बीजेपी'


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में काम करेगी और आगामी विधानसभा चुनाव में झारखंड में अगली सरकार बनाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में मौजूदा झामुमो नीत सरकार 'भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार' है. उन्होंने कहा, 'राज्य में हर जगह लूट मची हुई है, चाहे वह रेत हो, कोयला हो, खदानें हों या खनिज हो. (पूर्व) मुख्यमंत्री जेल में हैं और कई नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया जा रहा है.'


एमपी के पूर्व सीएम ने कहा, ‘‘झारखंड को कुशासन से मुक्त करना और बीजेपी के सुशासन को बहाल करना आवश्यक हो गया है ताकि राज्य को विकसित झारखंड बनाया जा सके.’’ उन्होंने कहा कि झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने 'सरकारी नौकरी देने या बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे पूरे नहीं किए हैं.'  लोकसभा चुनाव में पांच आदिवासी आरक्षित सीट पर बीजेपी की हार के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा होता है, लेकिन कुल मिलाकर नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे.


जेएमएम-कांग्रेस ने जीती हैं पांच सीटें


झारखंड की 14 लोकसभा सीट में से पांच सीट- सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा, दुमका और राजमहल- अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. इन पांच आरक्षित सीट में से झामुमो ने तीन और कांग्रेस ने दो सीट जीतीं.  उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने नौ लोकसभा सीट जीतीं और 52 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की. ​​इसका मतलब है कि अगर झारखंड में अभी विधानसभा चुनाव होते हैं, तो हम 52 सीट जीतेंगे, जबकि राज्य में बहुमत का जादुई आंकड़ा 41 का है.'


वहीं असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की विधानसभा सीट पर भी बढ़त हासिल की. उन्होंने कहा, 'अगर मैं झारखंड का मुख्यमंत्री होता, तो इस विफलता के कारण इस्तीफा दे देता.'  झारखंड के मुख्यमंत्री सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की गीता कोड़ा को 1,18,373 वोट मिले, जबकि झामुमो की जोबा माझी को 98,488 वोट मिले.  हालांकि, माझी ने कोड़ा को 1.68 लाख मतों के अंतर से हराकर सिंहभूम लोकसभा सीट जीती. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी झारखंड में 70 सीट जीतेगी.


राजेश ठाकुर ने भी किया बड़ा दावा


दूसरी तरफ हाल के लोकसभा चुनावों में 52 विधानसभा सीट पर बढ़त लेने के बीजेपी के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि बीजेपी राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में 20 निर्वाचन क्षेत्र भी नहीं जीत पाएगी. उन्होंने कहा, 'राज्य के आदिवासी लोगों ने बीजेपी को पांच लोकसभा सीट पर हराकर पहले ही उसे नकार दिया है.'  राजेश ठाकुर ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान और हिमंत बिस्वा सरमा चुनाव परिणामों में कोई अंतर नहीं डाल पाएंगे.


झारखंड सरकार की प्रस्तावित नकद अंतरण योजना पर बोलते हुए, जिसमें 25 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये दिए जाएंगे, हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'महिलाओं को 'खटाखट' योजना के तहत एक लाख रुपये मिलने चाहिए. जिस दिन उन्हें यह मिलेगा, मैं व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री (चंपई सोरेन) को धन्यवाद दूंगा.'  'खटाखट' योजना से उनका इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए चुनावी वादे की ओर था.


राहुल गांधी ने कहा था कि अगर पार्टी चुनाव जीतती है तो वह देश के हर गरीब परिवार की एक महिला के खाते में हर साल एक लाख रुपये जमा कराएगी. इससे पहले, शिवराज सिंह चौहान और हिमंत बिस्वा सरमा ने पार्टी की 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नामकुम परिसर और रांची के हटिया इलाके में लीची बागान में पौधे लगाए. शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण के प्रति चिंतित हैं. आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षित बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है.'