Champai Soren: 'चंपाई सोरेन का BJP में शामिल होना...', केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा दावा
Champai Soren News: झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह प्रदेश को बचाने के लिए बीजेपी से जुड़ रहे हैं. उनका जेएमएम में अपमान किया गया है.
Champai Soren Latest News: झारखंड पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) शुक्रवार यानी 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे. उनके बीजेपी में शामिल होने से पहले केंद्रीय मंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि चंपाई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना टर्निंग पॉइंट साबित होगा.
शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को रांची में मीडिया से बातचीत में कहा, ''चंपाई सोरेन बीजेपी के लिए और झारखंड को बचाने के लिए एक एसेट हैं. उन्होंने सीएम बनकर झारखंड को सही रास्ते पर लाने का काम किया और इस वजह से उनकी जासूसी शुरू हुई."
#WATCH | Ranchi: Union Minister Shivraj Singh Chouhan says, "Champai Soren is an asset for the BJP and for saving Jharkhand. He is a leader who worked to bring Jharkhand on the right track by becoming the Chief Minister and as a result, spying on him has been started... Champai… pic.twitter.com/VLrisPU1Bi
— ANI (@ANI) August 30, 2024
चंपाई सोरेन का जेएमएम में हुआ अपमान- शिवराज चौहान
शिवराज सिंह ने कहा, ''चंपाई सोरेन के पीछे एक परिवार पड़ गया जो केवल परिवार की सत्ता चाहता है. उनको अपमानित करने का प्रयत्न किया गया. उनको नियुक्ति पत्र नहीं बांटने दिया गया. सीएम की जानकारी बिना विधायक दल की बैठक बुला ली गई. यह अपमान केवल चंपाई सोरेन का नहीं बल्कि झारखंड का अपमान है. उन्होंने तय किया है कि वह आज बीजेपी ज्वाइन करेंगे उनका स्वागत है. उनके आने से बीजेपी को नई ताकत और ऊर्जा मिलेगी. चंपाई सोरेन का बीजेपी में शामिल होना टर्निंग पॉइंट साबित होगा.''
दिल्ली में शिवराज सिंह चौहान से मिले थे चंपाई
चंपाई सोरेन पिछले दिनों जब दिल्ली दौरे पर आए थे तो उन्होंने अमित शाह के अलावा शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की थी. चंपाई सोरेन ने जेएमएम से इस्तीफा दे दिया है और शिबू सोरेन के नाम चिट्ठी में लिखा है कि अपनी बात कहने का कोई फोरम ना होने के कारण वह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. सीएम पद से हटाए जाने के बाद से ही चंपाई सोरेन के रुख में बदलाव देखा जा रहा था और उन्होंने जेएमएम में बगावत कर दी थी.