Sita Soren on Irfan Ansari: झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच सियासी उठापटक चरम पर है. बीजेपी नेता सीता सोरे और झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी के बीच की सियासी लड़ाई भी किसी से छुपी नहीं है. इस बीच सीता सोरेन अपने खिलाफ इरफान अंसारी की कथित अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में बात करते हुए रो पड़ीं.
जामताड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहीं सीता सोरेन अपना नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले मीडिया को संबोधित कर रही थीं. इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार इरफान अंसारी ने बीते गुरुवार (24 अक्टूबर) ही अपना नामांकन पत्र भरा था और फिर सीते सोरेन के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की थी.
'इरफान अंसारी को माफ नहीं करेगा आदिवासी समुदाय'
सीता सेरोन ने कहा, ‘‘जब से मेरी उम्मीदवारी की घोषणा हुई है, इरफान अंसारी मुझे निशाना बना रहे हैं. नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने जो अपमानजनक टिप्पणी की, वह स्वीकार्य नहीं है. यह आदिवासी समुदाय की महिलाओं का अपमान है. आदिवासी समुदाय उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.’’
इतना ही नहीं, बीजेपी नेता सीता सोरेन ने रोते हुए कहा, "क्योंकि मेरे पति जीवित नहीं हैं, इसलिए इरफान अंसारी ने ऐसा कहा."
'झारखंड में बीजेपी करेगी इरफान अंसारी का विरोध'
सीता सोरेन जब रो पड़ीं तो उनके साथ मौजूद नवादा से बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर ने स्थिति को संभालने की कोशिश की. कांग्रेस नेता की टिप्पणी की आलोचना करते हुए विवेक ठाकुर ने कहा कि बीजेपी न केवल जामताड़ा में, बल्कि पूरे राज्य में इसका विरोध करेगी. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) ने शनिवार को इरफान अंसारी की टिप्पणी का संज्ञान लिया और झारखंड सरकार को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
साल की शुरुआत में ही बीजेपी आ गई थीं सीता सोरेन
मालूम हो, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख शिबू सोरेन के छोटे बेटे हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और धन शोधन मामले में जेल जाने के बाद, मुख्यमंत्री पद को लेकर परिवार में मतभेद होने लगे थे. इसके बाद दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन इस साल की शुरुआत में बीजेपी में शामिल हो गई थीं. दुर्गा सोरेन, शिबू सोरेन के बड़े बेटे थे.
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