Jharkhand: दुमका में सरकार के खिलाफ लामबंद हुए छात्र, नियोजन नीति वापस नहीं लेने पर 17 से 19 अप्रैल तक आंदोलन का एलान
Jharkhand Niyojan Niti: दुमका एसपी कॉलेज के छात्रों ने एक बार फिर बिगुल फूंकने का एलान कर दिया है. नियोजन नीति वापस नहीं लेने पर 17 अप्रैल से 19 अप्रैल तक झारखंड में आंदोलन होगा.
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Jharkhand News: झारखंड में 60-40 के आधार पर नियोजन नीति का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दुमका एसपी कॉलेज के छात्रों ने एक बार फिर बिगुल फूंकने का एलान कर दिया है. आज छात्रों ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए नियोजन नीति वापस लेने की मांग की. छात्र नेता श्यामदेव हेमंब्रम ने बताया कि नियोजन नीति वापस नहीं लेने पर 17 अप्रैल से 19 अप्रैल तक झारखंड में बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल को सीएम हाउस का घेराव होगा. 18 अप्रैल को राज्य के गांव, पंचायत और प्रखंड से लेकर शहर में मशाल जुलूस निकला जायेगा. 19 अप्रैल को राज्य में आर्थिक नाकेबंदी सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे तक की जाएगी. आर्थिक नाकेबांदी के दौरान प्रेस, एंबुलेंस, सरकारी वाहनों को छूट मिलेगी.
60-40 के आधार पर नियोजन नीति का विरोध जारी
छात्र नेता राजीव बास्की का गुस्सा 81 विधायकों पर भड़का. उन्होंने कहा कि किसी विधायक ने नियोजन नीति के खिलाफ आवाज बुलंद नहीं की. नेताओं को मूलवासी और आदिवासी के भविष्य की चिंता नहीं है. हेमंत सरकार राज्य में 60-40 आधारित नियोजन नीति के जरिए बाहरी लोगों को बुलाकर मूलवासी और आदिवासियों का अधिकार छीन रही है.
छात्रों ने सरकार की गलत नीति को राज्य में नहीं चलने देने का एलान किया. छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि अब नेताओं का स्वागत फूल मालाओं से नहीं बल्कि चप्पलों की माला से होगा.
विधायकों का चप्पलों की माला से स्वागत करेंगे छात्र
चप्पलों की माले से स्वागत कर बताया जाएगा की मूलवासियों और आदिवासियों का हक छीनने का यही हश्र होगा. गौरतलब है कि सरकार की नियोजन नीति के खिलाफ दुमका में छात्र चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं. छात्रों ने 30 मार्च को सरकार और विधायकों का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया था. 31 मार्च को मशाल जुलूस पूरे शहर में निकाला गया. 1 अप्रैल को संताल परगना में चक्का जाम कर विरोध जताया गया. अब संताल परगना से आंदोलन निकलकर पूरे राज्य में दिखाई पड़ने वाला है.
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