झारखंड में बंद हो जाएगी 'मंईयां सम्मान योजना'? AJSU चीफ सुदेश महतो ने किया बड़ा दावा
Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर एनडीए सहयोगी आजसू चीफ सुदेश महतो ने पार्टी की बैठक बुलाई जिस पर आगे के रोडमैप पर चर्चा की गई.
Jharkhand News: आजसू चीफ सुदेश महतो (Sudesh Mahto) ने गुरुवार को कहा कि जेएमएम के नेतृत्व वाली झारखंड की सरकार को योजनाओं को बंद करने के बहाने बनाए बिना यह सुनिश्चित करना चाहिए यह महिलाओं और किसानों से किए वादे पूरी करेगी. सुदेश महतो ने यह बात विधानसभा चुनाव के नतीजे और आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए पार्टी की बैठक से इतर मीडिया से कही.
सुदेश महतो ने कहा, ''किसानों और महिलाओं को लेकर जो वादे किए थे उसको लेकर मैंने सरकार का समर्थन किया. झारखंड की महिलाएं मंईयां सम्मान योजना से प्रभावित हुई थीं. मैं चाहता हूं कि सरकार ने जैसा वादा किया था दिसंबर से लाभार्थी महलाओं के खाते में 2500 देना शुरू करे.'' उन्होंने साथ ही कहा कि सरकार अपनी लोकप्रिय मंईयां सम्मान योजना को बंद करने के लिए बहाने ढूंढ लेगी या फिर कोर्ट जाएगी.
जेएमएम सरकार ने किया था यह वादा
जेएमएम के नेतृत्व वाली सरकार ने अगस्त में योजना की शुरुआत की थी और 18-50 वर्ष की महिलाओं को 1000 रुपये देना शुरू किया था. अभी राज्य में इस योजना की 55 लाख लाभार्थी महिलाएं हैं. सुदेश महतो ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि 2024-25 के बजट में सरकार ने ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया था. इसके अलावा इसके लिए कोई गाइडलाइन भी नहीं बनाई थी. इसमें बिना पात्रता जांचे वोट के लिए चुनाव से पहले महिलाओं को पैसे दिए गए. अब यह कह रही है कि जो गैर-पात्र हैं उन्हें पैसा लौटना होगा.
सुदेश महतो ने कहा कि राज्य सरकार ने धान की खरीद पर किसानों को प्रति क्विंटल 3200 रुपये देने का वादा किया था. महतो ने कहा, ''सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता राज्य में धान खरीद के सेंटर का उद्घाटन कर रहे हैं लेकिन उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों को प्रति क्विंटल 3200 रुपये मिलेंगे.''
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