Jharkhand Naxalite Surrender: इनामी नक्सलियों (Naxalite) ने बुधवार को झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) के सामने सरेंडर (Surrender) कर दिया. इनमें भाकपा माओवादी संगठन के सब जोनल कमांडर विष्णुदयाल नगेशिया (Vishnudayal Nagesia) और एरिया कमांडर आकाश नगेशिया (Akash Nagesia) उर्फ समेश्वर नगेशिया शामिल हैं. दोनों ने लोहरदगा के उपायुक्त उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो, पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा (Priyanka Meena) और सीआरपीएफ कमांडेंट प्रभात कुमार ईंदवार के सामने आत्मसमर्पण किया. ये दोनों डेढ़ दर्जन से भी ज्यादा नक्सली वारदातों में वांछित थे और इनपर झारखंड पुलिस ने एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. 


मिलेंगी सुविधाएं 
झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत दोनों को सरकार की ओर से 1-1 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई. शेष दी जाने वाली 2 लाख रुपये की राशि 2 बराबर किस्तों में दी जाएगी. दोनों नक्सलियों के सरेंडर के मौके पर उनके परिजन भी मौजूद थे. दोनों नक्सलियों को अन्य लाभ दिलाए जाने के लिए उपायुक्त ने जिला कल्याण पदाधिकारी को नक्सलियों के पुनर्वास के लिए जिला स्तरीय पुनर्वास समिति की बैठक जल्द बुलाए जाने का निर्देश दिया. इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों के आत्मसमर्पण के लिए बनाई गई नीति कारगर साबित हो रही है. 'नई दिशा' नीति के तहत वो सभी सुविधाएं मिलेंगी जिसके वो हकदार हैं. 


करना पड़ेगा न्यायिक प्रक्रिया का सामना 
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा ने कहा कि झारखंड सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. पुलिस सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई कर रही है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों के विरुद्ध दर्ज सभी मामलों में उन्हें न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा.


ओपेन जेल में रखने की योजना 
बता दें कि, विगत 3 महीनों के दौरान झारखंड पुलिस ने एक दर्जन से भी ज्यादा नक्सलियों का सरेंडर कराया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार ने उन्हें ओपेन जेल में बंद रखने की योजना बनाई है. 


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