मंत्री बोले- झारखंड में बढ़ी है अनाज भंडारण क्षमता, आधुनिकीकरण की ओर बढ़ रहे हैं हम
Jharkhand News: मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) ने कहा है कि झारखंड में FCI की भंडारण क्षमता 2015 में जो लगभग 2.32 LMT थी, जो बढ़कर अब 2020-21 में 4.45LMTहो गई है.
Jharkhand Grain Storage Capacity Increased: केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं वितरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) ने कहा है कि केंद्र सरकार झारखंड (Jharkhand) समेत दूसरे राज्यों में अनाज भंडारण क्षमता (Grain Storage Capacity) बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है. चतरा (Chatra) जिले के इटखोरी, गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट और दुमका में 10-10 हजार मीट्रिक टन क्षमता के विशाल गोदाम (साइलो) बनाए जाएंगे. इटखोरी और पोड़ैयाहाट में बनने वाले गोदामों के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी. दुमका (Dumka) में बनने वाले गोदाम के लिए झारखंड सरकार की ओर से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है.
झारखंड में बढ़ी है भंडारण क्षमता
केंद्रीय राज्य मंत्री सोमवार को फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Food Corporation of India) की तरफ से आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) के तहत आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे. उन्होंने बताया कि 2015 में झारखंड में भंडारण क्षमता लगभग 2.35 लाख मीट्रिक टन थी. ये अब बढ़कर 2020-21 में 4.45 लाख मीट्रिक टन तक हो चुकी है. उन्होंने कहा कि 2017 से 2021 के बीच विभिन्न राज्यों में भारतीय खाद्य निगम द्वारा 65,870 टन तथा राज्य सरकारों द्वारा 14,750 टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता का निर्माण कर लिया गया है.
झारखंड में FCI की भंडारण क्षमता 2015 में जो लगभग 2.32 LMT थी, जो बढ़कर अब 2020-21 में 4.45LMT हो गई है l भण्डारण में हम आधुनिकरण की ओर बढ़ रहे हैं। @FCI_India @fooddeptgoi
— Ashwini Kr. Choubey (@AshwiniKChoubey) November 22, 2021
खाद्य सुरक्षा की योजना को मजबूती मिलने की उम्मीद
भंडारण क्षमता बढ़ने से खाद्य सुरक्षा की योजना को मजबूती मिलने की उम्मीद की जा रही है. भंडारण गोदामों के निर्माण एवं रेलवे साइडिंग, विद्युतीकरण, वे-ब्रिज की स्थापना के लिए भारतीय खाद्य निगम को इक्विटी के रूप में सीधे निधियां जारी की जाती हैं.
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