Jharkhand News: लोकसभा चुनाव होने में करीब एक साल का समय शेष है, लेकिन झारखंड में अभी से सियासी माहौल गरमा गया है. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje Scindia) ने दुमका रैली में लोगों को संबोधित करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पर परिवारवादी पार्टी होने का आरोप लगाते हुए सत्ताधारी पार्टी पर निशाने पर ले लिया. राजे ने बुधवार को झामुमो और कांग्रेस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा था कि इन लोगों ने ही आप के मुंह की रोटी छीनी है.


उन्होंने जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन परिवार पर हमला बोलते हुए लोगों से पूछा, 'कब तक आप लोग एक ही परिवार के लोगों को जिताइएगा. शिबू सोरेन का एक बेटा मुख्यमंत्री, दूसरा पुत्र और बहू विधायक है. झारखंड में यह सब कब तक चलता रहेगा. क्या आपका परिवार नहीं है, क्या आपके परिवार के युवाओं को एमपी और विधायक बनने का मौका नहीं मिलना चाहिए. वसुंधरा राजे यहीं पर नहीं रुकीं, उन्होंने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 9 साल में पूरे देश में अंत्योदय विकास का सपना साकार हो रहा है, लेकिन झारखंड में 40 साल से राज करने वाली पार्टी जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन व उनके पुत्र ने प्रदेश को भ्रष्टाचार के दलदल में धकेल दिया.'  


'वसुंधरा को बोलने का हक नहीं'


राजस्थान की पूर्व सीएम राजे का बयान पब्लिक डोमेन में आते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भड़क गए. जेएमएम के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने वसुंधरा और बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि महारानी की राजस्थान में ही पार्टी के अंदर लोगों को स्वीकार नहीं हैं. उन्हें बीजेपी चुनाव लड़ाएगी या नहीं, अभी तय नहीं है. वह संथाल परगना पहुंचकर भ्रष्टाचार की बात करती हैं. उन्हें नहीं पता कि संथाल की ही धरती से फूलों-झानो पैदा हुई, जिन्होंने सामंतवाद और गुलामी के खिलाफ आवाज बुलंद किया था. महारानी यानी वसुंधरा राजे उसी सामंती और औपनिवेशिक विरासत का पर्याय हैं. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भ्रष्टाचार पर बोलने का हक नहीं है. उनका नाम उस ललित मोदी से जुड़ा है. वही मोदी जो आईपीएल से जुटाई धनराशि लेकर विदेश भाग गया. 


'मित्र को बनाया भ्रष्टाचार की यूनिवर्सिटी'


वहीं झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि बीजेपी के लोग परिवारवाद और भ्रष्टाचार की बात न करें तो बेहतर है. पीएम मोदी ने अपने मित्र को भ्रष्टाचार की यूनिवर्सिटी बना दिया. पूंजीपति मित्र को सौवें स्थान से दो माह के अंदर पांचवें स्थान पर पहुंचा दिया. दोबारा नोटबंदी कर देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया. पीएम ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था. नौ साल में मात्र 72 हजार को नौकरी देकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.


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